इंदौर, आकाश धोलपुरे। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (kailash vijayvargiya) ने एक ट्वीट करके जनता से इंदौर को बचाने की अपील की है। ट्वीटर पर कैलाश ने एक वीडियो शेयर किया है जिसमें वह कह रहे हैं कि अभी रात के एक बजे हैं और वे पश्चिम बंगाल (west bengal) में हैं। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में रहते हुए उन्हें कोरोना (corona) को हराना है और ममता बनर्जी को भी। लेकिन इंदौर की स्थिति देखकर वे बहुत चिंतित हैं। इंदौर में बुधवार को कोरोना का आंकड़ा 500 को पार कर गया है जो बहुत भयावह स्थिति है। कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि इंदौर के लोगों ने हमेशा एकजुटता का परिचय देते हुए बड़ी से बड़ी मुसीबत से छुटकारा पाया है और इसलिए इस समस्या से भी निजात पाकर रहेंगे। उन्होंने व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद करने के लिए इंदौर के व्यापारियों का धन्यवाद किया साथ ही अपील भी की कि वह दुकानें बंद रखें और बाहर ना निकलें, और बच्चों को तो बिल्कुल ना निकलने दें। इसी के साथ साथ कैलाश ने लोगों को जीवन शैली में कुछ परिवर्तन लाने की सलाह दी जिसमें मैदा या उससे बनी जैसी चीजें ना खाने की बात कही गई है, जोकि इम्यूनिटी पावर के लिए बेहद घातक है। उन्होने लोगों से अपील की है कि वे स्वस्थ और संयमित दिनचर्या का पालन करें, साथ ही साथ खानपान का विशेष ख्याल रखें। योग, प्राणायाम और व्यायाम को अपनी जीवन का हिस्सा बनाएं, विशेष रूप से संयम रखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
बता दें कि प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कोरोना के कारण बुधवार को 8 लोगो की मौत हो गई जिसकी जानकारी मिलने पर कैलाश विजयवर्गीय ने लोगों से ये भावुक अपील की है। शहर में अब कोविड-19 के प्रकोप के चलते कुल 524 लोगो की जान जा चुकी है। इधर, कोरोना के 414 नए पॉजिटिव केस सामने आए हैं और एक्टिव केस का आंकड़ां 3944 तक जा पहुंचा है। शहर के बिगड़े हालात के कारण 2 दिन पहले इंदौर के अहिल्या चैंबर ऑफ कॉमर्स से जुड़े 50 से अधिक व्यापरिक संगठनों के प्रमुखों ने शनिवार और रविवार को मार्केट बन्द रखने की पहल की है। इसके साथ ही उन्होंने प्रशासन को शहर के हित में कोविड से बचाव के लिए कई वैकल्पिक सुझाव भी दिए हैं।
बुधवार को जारी किए गए मेडिकल बुलेटिन के मुताबिक शहर में अब तक कोरोना के कुल 21248 पॉजिटिव केस सामने आए है जिनमे से 16780 लोग कोरोना की जंग जीत चुके है। इसके अलावा 3944 लोगों का इलाज जारी है और 514 लोगो की मौत हो चुकी है। हैरान कर देने वाले ये आंकड़े अब प्रशासन के लिए तो चुनौती है ही, शहरवासियों के लिए भी मुश्किलों का सबब है।