इंदौर,स्पेशल डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश के रायसेन जिले में स्थित बरेली के ग्राम पिपरिया में रहने वाली एक युवती ने इंदौर (Indore) में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी और एपीजे परिजनों के लिए एक मार्मिक सुसाइड (Suicide) नोट भी छोड़ गई। दरअसल, युवती बीएससी फाइनल ईयर की छात्रा थी और वो इंदौर के माता जीजाबाई गर्ल्स कॉलेज में पढ़ाई करती थी साथ ही वो इंदौर के भंवरकुआं थाना क्षेत्र में स्थित बालाजी गर्ल्स होस्टल में रहती थी। वही छात्रा ने गर्ल्स होस्टल में ही बेड शीट का फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। वही पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
भंवरकुआं पुलिस के मुताबिक छात्रा का नाम रेणुका उर्फ मुस्कान पिता नारायणदास धाकड़ है। बताया ये भी जा रहा है कि छात्रा के पिता होशंगाबाद पुलिस में कांस्टेबल के पद पर तैनात है। मिली जानकारी के मुताबिक छात्रा रेणुका धाकड़ का 19 अप्रैल को केमिस्ट्री का पेपर था और परीक्षा हॉल में उसका नकल का प्रकरण बनाया गया था। जिसके बाद से ही वो डिप्रेशन में थी और बदनामी के डर के चलते उसने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी।
बी.एस.सी. छात्रा द्वारा उठाये गए गलत कदम के बाद अब उसका परिवार सदमे में है। बताया जा रहा है कि छात्रा के फांसी के फंदे पर झूलने के बाद अन्य होस्टर्ल्स छात्राओं ने जब पूरा मंजर देखा तो तुरंत भंवरकुआं पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छात्रा के शव को फंदे से उतारा उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया।
बीते 3 वर्षों से इंदौर में रहकर पढ़ाई कर रही रेणुका ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है जिसमे उसने लिखा है कि मम्मी पापा मेरी गलती है किसी की गलती नही है और मयंक को अच्छे से पढ़ाना वो आपका नाम रोशन करेगा। रेणुका ने नकल प्रकरण बनने के बाद तनाव ले लिया जिसके चलते अंत में उसके जीवन पर तनाव भारी पड़ा और उसने खुदकुशी कर ली। भंवरकुंआ थाना के जांच अधिकारी राघवेंद्र सिंह ने बताया कि नकल प्रकरण के बाद बदनामी के डर के चलते नवलखा के गर्ल्स होस्टल में रहने वाली छात्रा ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी है। वही पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
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Amit Sengar
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वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”