Indore Crime News : बुजुर्ग महिला के साथ पड़ोसी छात्र ने चालाकी से धोखाधड़ी, पेटीएम से निकाले 2.60 लाख रुपए 

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Indore Crime News : इंदौर में एक 72 साल की महिला को उसके ही पड़ोसी छात्र ने लाखों की चपत लगा दी है। बताया जा रहा है कि 45 दिनों में छात्र ने कैफ़े रेस्टोरेंट्स में पड़ोसी महिला के पेटीएम से दो लाख साठ हजार रुपए उड़ा दिए। इसका खुलासा तब हुआ जब बैंक से महिला के पास फोन आया। जैसा कि सभी लोग कहते हैं आज के जमाने में किसी पर भरोसा नहीं करना चाहिए। इसका ही एक उद्धरण सामने आया है।

दरअसल 72 साल की महिला ने अपने पड़ोसी छात्र पर भरोसा कर उसेसे बातचीत की थी। ऐसे में उसी छात्र ने महिला के साथ धोखाधड़ी कर ली। बताया जा रहा है कि छात्रा 12वीं कक्षा में पढ़ता है। उसने महिला के पेटीएम से 2 लाख 60 हजार निकाल लिया। इसके बारे में जब बैंक वालों ने महिला को बताया कि उसके खाते से रोज पैसे निकल रहे है तो महिला ने इसकी शिकायत सायबर सेल में की।

उसके बाद पड़ोसी छात्र द्वारा किए गए इस कारनामे का खुलासा हुआ। साइबर सेल द्वारा बताया गया है कि महिला अपने 55 वर्षीय बेटे के साथ ओमेक्स सिटी में रहती है। उनके ही पड़ोस में एक छात्र रहता है। दोनों एक ही समाज के है। इसी वजह से उससे पारिवारिक संबंध हो गए थे। जब महिला घर पर अकेली थी तब छात्र ने बुजुर्ग महिला को देख उसका डेबिट कार्ड का फोटो ले लिया।

फिर अपने मोबाइल में पेटीएम पर उनका डेबिट कार्ड ऐड कर कैफे, रेस्टोरेंट आदि जगहों पर गया और भुगतान किया। बड़ी बात ये है कि छात्र पेटीएम से ट्रांजेक्शन करने के लिए सीवीवी नंबर का उपयोग करता था। जिसके बाद बैंक से महिला के पास फ़ोन गया। ऐसे में महिला ने किसी भी लेनदेन से इंकार कर दिया। जिसके बाद इस मामले को लेकर शिकायत दर्ज करवाई गई।

ऐसे लगाया साइबर पुलिस ने युवक का पता – 

जानकारी के मुताबिक, जिस युवक ने महिला के खाते से पैसे खर्च किए उसके बारे में साइबर सेल ने पता लगाना शुरू किया। ऐसे में जब साइबर पुलिस ने महिला से पूछताछ की  कि घर में कौन-कौन आता है, फोन किसे दिया तो महिला ने अपने पड़ोसी छात्र के बारे में पुलिस को बताया। ऐसे में छात्र से पुलिस ने पूछताछ की तो उसने इंकार कर दिया की उसने नहीं निकाले पैसे। उसके बाद पुलिस ने पेटीएम से किस खाते में पैसे दिए उसकी जानकारी निकाली तो छात्र के पिता का नाम सामने आया। ऐसे में वपस से छात्र से पूछताछ की गई तो उसने इस बात का खुलासा किया। उसने बताया कि मैंने पेटीएम डेबिड कार्ड के नंबर से मेरे फोन में अकाउंट खोला और जब भी ट्रांजेक्शन करता हूं तो सीवीवी नंबर डाल देता हूं।


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Ayushi Jain

मुझे यह कहने की ज़रूरत नहीं है कि अपने आसपास की चीज़ों, घटनाओं और लोगों के बारे में ताज़ा जानकारी रखना मनुष्य का सहज स्वभाव है। उसमें जिज्ञासा का भाव बहुत प्रबल होता है। यही जिज्ञासा समाचार और व्यापक अर्थ में पत्रकारिता का मूल तत्त्व है। मुझे गर्व है मैं एक पत्रकार हूं।मैं पत्रकारिता में 4 वर्षों से सक्रिय हूं। मुझे डिजिटल मीडिया से लेकर प्रिंट मीडिया तक का अनुभव है। मैं कॉपी राइटिंग, वेब कंटेंट राइटिंग, कंटेंट क्यूरेशन, और कॉपी टाइपिंग में कुशल हूं। मैं वास्तविक समय की खबरों को कवर करने और उन्हें प्रस्तुत करने में उत्कृष्ट। मैं दैनिक अपडेट, मनोरंजन और जीवनशैली से संबंधित विभिन्न विषयों पर लिखना जानती हूं। मैने माखनलाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी से बीएससी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में ग्रेजुएशन किया है। वहीं पोस्ट ग्रेजुएशन एमए विज्ञापन और जनसंपर्क में किया है।

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