इंदौर, आकाश धोलपुरे
जिले में एक तरफ जहां कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है, वही प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग शहर में ऐसे लोगों को खोजने की तैयारी में जुट गया है जिनमे एंटीबॉडीज विकसित हो चुकी है। ये सब सीरो सर्वे के जरिये होगा। जिसका आगाज आज से शुरू होने जा रहा है।
दरअसल, सोमवार को सीरो सर्वे के लिए एक बड़ी बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन के अधिकारी शामिल थे। वही उन लोगों को सीरो सर्वेक्षण का प्रशिक्षण भी दिया गया ताकि शहर भर में अगले 7 दिनों में वार्ड वार सर्वे किया जा सके। शहर में कोरोना के संबंध में रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए सर्वे करने वाली टीमों को गठित वार्डवार गठित भी किया गया।
रवीन्द्र नाट्य गृह में आयोजित कार्यक्रम में सीरो सर्वे के बारे में विस्तार से प्रशिक्षण दिया गया। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा और कलेक्टर मनीष सिंह, एमजीएम कॉलेज की डीन डॉ. ज्योति बिंदल और सीएमएचओ डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने सर्वे दल को सर्वे संबंधी बातों की जानकारी दी। हालांकि इस दौरान कुछ गलतियां होने पर कमिश्नर और कलेक्टर ने उनमे सुधार भी करवाया।
आज से शुरू हुए सीरो सर्वे में इंदौर नगर निगम क्षेत्र के सभी 85 वार्डों में दल बनाये गये है। इनमें 170 कर्मचारियों की सेवाएं ली जा रही है। यह सर्वे लगभग सात दिन तक चलेगा। प्रत्येक टीम के 2 सदस्य 10 से 15 सर्वे प्रति दिन करेंगे। सर्वे टीमों में लैब तकनीशियन, नर्सेस, विद्यार्थी नर्सेस शामिल रहेगी और वही बड़े अधिकारीयो की निगरानी भी सर्वे पर रहेगी।
संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा एन्टीबॉडी जांच सर्वेक्षण का निर्णय लिया गया है। इस सर्वेक्षण से कोरोना रोगियों के इलाज में आसानी होगी। यह सर्वेक्षण कार्य लगभग सात दिन तक चलेगा। अधिकारी, कर्मचारी और कार्यकर्ता इस काम को चुनौती के रूप में लें। अच्छा काम करने वाले कर्मचारियों को प्रशंसा पत्र और पुरस्कार दिया जायेगा।
एन्टीबॉडी सर्वेक्षण से प्राप्त जानकारी से कोरोना रोगियों के इलाज में मदद मिलेगी। प्रत्येक टीम को 10 से 15 सर्वे रोज करना है। एक टीम को सात दिन में 80 सैंपल इकट्ठा करना है। कमर्चारी और कार्यकर्ता अपनी सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें। मॉस्क, सेनेटाइजर, पीपीई किट का विशेष इस्तेमाल करें ताकि वे खुद संक्रमण की चपेट में न आये।
इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य कार्यकर्ता अपना कार्य गंभीरता से निर्वहन करें। कार्यकर्ताओं की ड्यूटी वार्डवार लगाई गई है। उनकी मदद के लिये राजस्व अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। सभी एसडीएम अपने-अपने क्षेत्र में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की मदद करेंगे। सर्वेक्षण का उद्देश्य कोरोना महामारी पर नियंत्रण करना है।
इस अवसर डीन एमजीएम मेडिकल कॉलेज डॉ. ज्योति बिंदल ने कहा कि एन्टीबाडी जांच सर्वेक्षण से कोरोना संक्रमण रोकने में मदद मिलेगी। यह एक नई अवधारणा है। सर्वे टीम को एक घर से एक व्यक्ति का ब्लड सैंपल लेना है। इस सैंपल में 33 प्रतिशत बच्चे, 33 प्रतिशत महिलाएं और 33 प्रतिशत पुरूष शमिल होंगे। इस “सीरो सर्वेक्षण’’ का उद्देश्य मजबूत प्रतिरोधक क्षमता वाले व्यक्तियों से रक्त दान करवाकर कोरोना पीड़ित मरीजों को खून चढ़ाया जायेगा, जिससे वे जल्द ठीक हो जायेंगे।
7 दिनों में 7 हजार लोगों के ब्लड सैम्पल लेकर और उनकी जांच कर ये सर्वे पूरा होगा उसके बाद उम्मीद जताई जा रही है कि शहर में कोरोना से पीड़ित मरीजो का इलाज आसानी से हो सकेगा।