इंदौर, आकाश धोलपुरे। लाउडस्पीकर पर अजान और हनुमान चालीसा विवाद (Hanuman Chalisa Controversy) थम नहीं रहा है। शिवराज सरकार (Shivraj Government) के मंत्री का इस विषय में बड़ा बयां आया है। प्रदेश के MSME मंत्री ओम प्रकाश सकलेचा का कहना है कि आज जमाना बदल रहा है, बदलते जमाने के साथ नई टेक्नोलॉजी और स्टाइल बदल रही है, ऐसे में यदि पूजा पद्धति भी स्टाइल बदल रहा है तो दिक्क्त क्या है ? सभी को अपने अपने धर्म और पूजा पद्धति की स्वतंत्रता है।
मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में सोमवार को एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में दुबई एक्सपो में शामिल होकर लौटे स्टार्टअप कंपनियों के प्रतिनिधियों का स्वागत किया गया। इस अवसर पर भारत सरकार के MSME राज्य मंत्री भानु प्रताप सिंह विशेष रूप से शामिल हुए। कार्यक्रम में प्रदेश के MSME मंत्री ओम प्रकाश सकलेचा (MSME Minister Om Prakash Saklecha), इंदौर सांसद शंकर लालवानी भी मौजूद थे। इंदौर रेसिडेंसी में आयोजित कार्यक्रम के दौरान युवाओं ने मंत्रियों और सांसद से कई सवाल पूछे और अपनी जिज्ञासाओ को शांत किया।
इस दौरान मीडिया से चर्चा के दौरान मंत्री ओम प्रकाश सकलेचा ने कहा कि मध्य प्रदेश में राज्य सरकार के 7 क्लस्टर आये हैं वही केंद्र सरकार के 11 क्लस्टर आये हैं, हालांकि एक क्लस्टर में फारेस्ट विभाग की मुश्किलें आई है उसे दूर करने का प्रयास जारी है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के बनने से लेकर जितनी एमएसएमई आई है उतनी ही एमएसएमई को स्थापित करने का प्रयास मेरे ढाई साल के कार्यालय में करने का प्रयास कर रहा हूँ।
MSME मंत्री ने कहा कि जल्द ही सीएम शिवराज सिंह चौहान स्टार्टअप पॉलिसी (MP Startup Policy) लांच करने इंदौर आएंगे। उन्होंने दावा किया एमएसएमई में 80 प्रतिशत लोग एमपी के हैं । बता दें कि बाहरी लोगों के रोजगार सृजन और उद्योग स्थापित करने को लेकर लगातार सरकार पर सवाल उठ रहे हैं जिसका जबाव आज मंत्री सकलेचा ने इंदौर में दिया।
5 बार अजान की ही तरह हिन्दू संगठनों द्वारा 5 बार हनुमान चालीसा करने की बात को लेकर मंत्री ओम प्रकाश सकलेचा ने कहा कि कई चीजें नई होती हैं, रोज टेक्नोलॉजी बदल रही है, रोज विषय, कपड़ों के कलर, डिजाइन बदल रहे हैं, आपके बालों की स्टाइल बदल रही है तो आदमी पूजा में भी स्टाइल बदल रहा है तो क्या दिक्कत है? सभी को अपने धर्म के बारे में और प्रार्थना के तरीके बारे में आजादी है वो भी कर रहे उसमें क्या नई बात है।
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....