इंदौर. इंदौर में आर्थिक तंगी से जूझ रहे एक परिवार की महिला ने अपनी बीमार सास को शहर की सड़क पर लावारिश हालत में छोड़ दिया। इस मामले की सूचना मिलते ही पुलिस ने न सिर्फ महिला को उसके घर पहुँचाया बल्कि प्रतिदिन उस बुजुर्ग महिला की मॉनिटरिंग करना भी शुरू कर दिया है। इस मामले में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी ट्वीट किया है।
थाना हीरानगर पुलिस को सोमवार को सूचना मिली कि एक वृद्ध महिला अत्यंत रूग्ण अवस्था मे जिनेश्वर स्कूल के पास काफी समय से लेटी हुई है। पुलिस को पता चला था कि कोई अन्य महिला उसे वहाँ छोड़ कर गई है। सूचना पर उपनिरीक्षक खुशबू परमार, सुमन तिवारी सूर्यवती और आशा आलेरिया ने 75 वर्षीय वृद्धा रेशमबाई को सहारा दिया और थाना लाकर उसे भोजन इत्यादि करा कर उसके परिजनों का पता करने के लिए समूचे क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज देख कर वृद्ध महिला को उस स्थान पर छोड़कर जाने वाली महिला का आखिरकार का पता लगा लिया जो वृद्धा की बहू ही निकली। अपनी वृद्ध सास की सेवा से किनारा करने के लिए स्वार्थवश उसने वृद्धा को उसकी बेटी के यहाँ पहुचाने का कह कर उसको उक्त स्थान पर छोड़ दिया। पुलिस के सामने बहू आशा पति राजू फरकले निवासी सुखलिया ने अपनी गलती स्वीकार की और ग्लानि का अनुभव करते हुए अपनी सास से माफ़ी मांगी और अब आगे उसकी अच्छी तरह देखभाल करने का वचन दिया। पुलिस ने उन्हें उनके घर तक पहुँचाते हुए वृद्धा की बहू को कड़ी हिदायत देते हुए यह भी कहा कि आगे पुलिस समय समय पर उसकी देखभाल व्यवस्था को मॉनिटरिंग करेगी। इस मामले के सामने आने के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी इंदौर पुलिस की ट्वीट कर तारीफ की है। पुलिस को उम्मी�� है इस घटना के बाद कई सामाजिक संस्था महिला के परिवार की मदद के लिए आगे आएंगे।