इंदौर। लोकसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों ने उम्मीदवारों की घोषणा करना शुरू कर दी है। बीजेपी ने एमपी के प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। लेकिन इस लिस्ट में प्रदेश की हाई प्रोफाइल सीट इंदौर से लोकसभा स्पीकर और लगातार आठ बार सांसद सुमित्रा महाजन का नाम शामिल नहीं किया गया। जिससे इस बात की अटकलें एक बार फिर तेज हो गईं है कि क्या ‘ताई’ का टिकट भी इस बार बदला या फिर काटा जा सकता है।
इससे पहले भी इस तरह की बातें सामने आईं थी तब महाजन ने खुद खंडन करते हुए कहा था कि वह लोकसभा चुनाव फिर लड़ेंगी। लेकिन इंदौर से मिल रही खबरों के अनुसार मोटे तौर पर 3 नाम ही उभर कर आ रहे हैं, जिनमें रमेश मेंदोला, कैलाश विजयवर्गीय मालिनी गौड़ के नाम शामिल है। विधायक रमेश मेंदोला चूंकि मध्यप्रदेश में लगातार सर्वाधिक वोट से जीतते चले आ रहे हैं। इस स्थिति में उनकी दावेदारी भी मजबूत मानी जा रही है। शहर में भी लोग उन्हें पसंद करते हैं। वहीं, दूसरा सबसे प्रबल नाम भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का नाम भी इंदौर से लिया जा रहा है। लेकिन ताई और कैलाश के बीच रिश्ते अच्छे नहीं होने के कारण ताई समर्थक उनका विरोध कर सकते हैं।
आठ बार सांसद रह चुकी है ताई
इंदौर में सुमित्रा महाजन को ताई के नाम से जाना जाता है। इंदौर सुमित्रा ताई का गढ़ है। वो यहां से लगातार आठ बार सांसद रही हैं। 1989 में प्रकाशचंद्र सेठी के खिलाफ लोकसभा का चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। एनडीए सरकार में वे राज्यमंत्री भी रहीं। सुमित्रा महाजन ने 2014 के लोकसभा चुनाव में जीत का रिकॉर्ड बनाया था। वे प्रदेश में सर्वाधिक 4 लाख 66 हजार 301 वोटों से चुनाव जीती थीं। महाजन को 8 लाख 54 हजार 372 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के सत्यनारायण पटेल को 3 लाख 88 हजार 71 वोट थे। महाजन देश में सर्वाधिक वोटों से जीतने के क्रम में आठवें स्थान पर हैं। सुमित्रा महाजन देश की एक मात्र महिला हैं, जो लगातार आठवीं बार लोकसभा चुनाव जीती हैं। वहीं प. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सात बार सांसद रह चुकी हैं।