इंदौर।स्पेशल डेस्क रिपोर्ट।
कोरोना की रडार पर देश मे मौत के आंकड़ो में सबसे ज्यादा प्रतिशत वाले इंदौर शहर की पुलिस भी विदेशी पुलिस याने कॉप बन गई है। दरअसल, यहां COP से मतलब है कोरोना पुलिस और ये आइडिया है इंदौर आईजी विवेक शर्मा का। जिन्होंने वायरलेस के जरिये कोरोना से लड़ने वाले फाइटर पुलिसकर्मियों, क्राइम ब्रांच की टीम, कंट्रोल रूम पर तैनात कर्मियों सहित अपने मातहत अधिकारियों की, न सिर्फ सरहाना की बल्कि मुश्किल वक्त में कैसे कोरोना की लड़ाई को चिंता मुक्त लड़ा जा सके ये सीख भी दी।
आईजी ने कड़ी धूप में ड्यूटी करने वाले पुलिस जवानों से कहा कि आम लोग यदि अब लॉक डाउन का उल्लंघन कर सड़क पर आए तो पुलिस संवेदनशील रहे और बल प्रयोग से बचे। इतना ही नही उन्होंने वायरलेस संदेश के जरिये कहा कि लॉक डाउन तोड़ने वालों को पीटने के बजाय उनको माफी मंगवाने के साथ ही 2 घण्टे तक ट्रैफिक सम्भालने की ड्यूटी सौंपे ताकि उन्हें भी पता चले कि पुलिस किन परिस्थितियों में और कैसे काम कर रही है। वही आईजी विवेक शर्मा ने उल्लंघन करने वालो की सजा के लिए एक नायाब तरीका भी सुझाया है जिस पर उन्होंने कहा कि ऐसे लोगो का वीडियो बनाया जाए और फिर उन्ही की माफी के साथ, उनके ही मोबाईल के व्हाट्सएप ग्रुप पर वीडियो शेयर करवाया जाए।
आईजी इंदौर ने घर से दूर रहकर देश सेवा करने वाले कर्मवीर पुलिसकर्मियों के विश्वास को बढ़ाते हुए वायरलेस सेट पर ही “हम होंगे कामयाब एक दिन” गाना गाया और कहा कि हर रोज 11 बजे इसी तरह से पुलिस द्वारा सभी वारियर्स के लिए गाना गाया जाएगा। ऐसे में उन पुलिसकर्मियों को भी आईजी ने आमंत्रण दिया है जो अपनी कला के जरिये महकमे का विश्वास बढ़ाकर कोरोना के खिलाफ जंग में अलग भूमिका निभा सके। आईजी के गीत को मैदान में जंग लड़ने वाले पुलिसकर्मियों ने ना सिर्फ सुना बल्कि उनके साथ मौके से ही सुर में सुर मिलाए और विश्वास जताया कि इंदौर जल्द ही कोरोना से जंग जीतेगा।