इंदौर, स्पेशल डेस्क रिपोर्ट। इंदौर (indore) के भंवरकुआ क्षेत्र में स्थित एप्पल हॉस्पिटल पर कलेक्टर द्वारा नियुक्त टीम ने छापा मार कार्रवाई की। दरअसल, इंदौर जिला प्रशासन को शिकायत मिली थी कि हॉस्पिटल द्वारा मनमाने तरीके से बिल वसूला जा रहा है और हॉस्पिटल के ही मेडिकल स्टोर से दवाई और जांचे भी हॉस्पिटल नर्सिंग होम में ही कराने का दबाव बनाया जा रहा था। इसी के चलते भाजपा नेता की शिकायत के बाद हॉस्पिटल प्रबंधन को जिला प्रशासन ने नोटिस भी जारी किया है।
यह भी पढ़े…जल्द शादी के बंधन में बंधने जा रहे है अथिया शेट्टी और केएल राहुल
मिली जानकारी के मुताबिक इंदौर के भाजपा नेता प्रकाश पारवानी की माँ का उपचार भंवरकुआ स्थित एप्पल हॉस्पिटल में चल रहा है। वही हॉस्पिटल प्रबंधन ने जांचो और दवाइयों को लेकर दबाव बनाया की मरीज की दवाई हॉस्पिटल से ली जाए और सभी जांच एप्पल हॉस्पिटल से ही कराई जाए। इस बात पर प्रबंधन से बातचीत के बाद भाजपा नेता प्रकाश पारवानी ने इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह को हॉस्पिटल की मनमानी की शिकायत की थी।
यह भी पढ़े…भाजपा ने सड़कों पर गड्ढे, महंगा हाउस टैक्स, बिजली बिल और भ्रष्टाचार के सिवा कुछ नहीं दिया : कमलनाथ
इस शिकायत के मंगलवार दोपहर को कलेक्टर मनीष सिंह ने सिविल सर्जन डॉक्टर प्रदीप गोयल की टीम को हॉस्पिटल में मामले की जांच के लिए भेजा। जिस दौरान प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची तो अस्पताल प्रबंधन की मनमानी वसूली की शिकायत करने के मामले में अन्य मरीजों के परिजन भी प्रशासनिक टीम के पास पहुंच गए।
यह भी पढ़े…IND vs ENG 1st ODI : रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का लिया फैसला
देवास जिले के संदलपुर निवासी गणेश यादव ने भी बताया की उनकी बेटी डिहाइड्रेशन के उपचार हेतु भर्ती हुई थी और एक ही दिन में मामूली सी बीमारी के लिए हॉस्पिटल प्रबंधन ने 50 हजार तक बिल बना दिया और उन पर दबाव बनाते हुए जांच, दवाई, और डॉक्टर की फीस की मांग की गई वास्तविकता से कही अधिक थी।
यह भी पढ़े…जबलपुर : दोस्तों ने ही उतारा दोस्त को मौत के घाट, शराब को लेकर हुआ विवाद
बता दे कि कोरोना काल मे भी हॉस्पिटल पर मनमाने बिल वसूले जाने के आरोप लगे थे तब हॉस्पिटल को सील करने की कार्रवाई की गई थी। इधर प्रशासनिक टीम की अगुवाई कर रहे सिविल सर्जन प्रदीप गोयल ने बताया की अस्पताल प्रबंधन की कारगुजारियो को लेकर नोटिस जारी कर दिया है और यदि प्रशासन जबाव से संतुष्ट नहीं हुआ तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।