इंदौर, आकाश धोलपुरे। इंदौर कोरोना के उस मुहाने पर है जहां जिंदगी और मौत के बीच चंद पलों का फासला है। संक्रमण किसे हो जाए और कब उसे इलाज की जरूरत पड़ जाए है, इस बारे में कहा नहीं जा सकता है। इसी बीच अस्पतालों में परिजनों और डॉक्टर्स के बीच की झड़प का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें कोरोना संक्रमित मरीज के परिजनों और अस्पताल प्रबंधन के बीच बिल को लेकर शुरू हुई बहस ने इतना भयानक रूप ले लिया डॉक्टर्स और मरीज के परिजन आपस मे भिड़ गए।
शिवपुरी में कोरोना गाइडलाइन्स की अनदेखी, बैंक में उमड़ रही भारी भीड़, सोशल डिस्टेंसिंग तार -तार
डॉक्टर्स और परिजनों के बीच मारपीट की घटना इंदौर के चिरायु हॉस्पिटल की है। ये शहर के राजमोहल्ला क्षेत्र में सीताराम पार्क कालोनी मेंएक किराये के भवन में संचालि है। यहां रविवार शाम को बिल को लेकर हुई कहासुनी ने इतना भयानक मोड़ ले लिया कि अस्पताल प्रबंधन और परिजन आमने-सामने आ गए। आरोप है कि कृतिका और अनुष्का ने अपने पिता रविप्रकाश वर्मा को एक दिन पहले चिरायु हॉस्पिटल में एडमिट कराया था और जब से वो जनरल वार्ड में इलाज करा रहे थे। इनका कहना है कि इलाज के लिए 20 हजार रुपये एडवांस भी जमा कराये गए थे लेकिन जब रविवार को बिल के संबंध में बातचीत की गई तो पता चला कि एक ही दिन में बिल 19 हजार के करीब पहुंच गया और पता चला कि जनरल वार्ड के पलंग के चार्ज डीलक्स रूम के हिसाब से चार्ज किया गया है। बस इसी बात को लेकर शुरू हुई बहस बड़े विवाद में तब्दील हो गई और दोनों पक्षों में अस्पताल के अंदर और बाहर जमकर मारपीट हुई। इस दौरान मरीज के बेटियां चिल्लाती रही लेकिन मारपीट जारी रही। पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर अस्पताल संचालक राधेश्याम जाट के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है। वहीं अस्पताल की ओर से की गई शिकायत के आधार पर परिजनों के विरुद्ध भी प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस वायरल वीडियो और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मामले की तफ्तीश में जुट गई है।
मल्हारगंज थाना क्षेत्र में हुई घटना को लेकर टीआई प्रीतमसिंह सिंह ठाकुर ने बताया कि घटना की जांच जारी है और दोनो पक्षो पर आपराधिक प्रकरण दर्ज किया गया है। उन्होंने अपील की है कि संकट के समय अस्पताल प्रबंधन और मरीज धैर्य रखें और इस तरह से विवाद न करें। फिलहाल, विवाद के वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल है।