क्षिप्रा नदी में हुए धमाके का क्या देवास से बहकर जा रहे पानी से है कोई कनेक्शन?

Atul Saxena
Published on -

देवास, अमिताभ शुक्ला। पिछले दिनों उज्जैन की क्षिप्रा नदी (Kshipra River) में धमाकों की आवाज़ और पानी में अचानक आये उछाल के बाद जहाँ एक तरफ वैज्ञानिक इसकी जाँच में जुटे हुए हैं तो वहीं कई लोग पानी में केमिकल (Chemical) की मिलावट होने के कारण इस घटना का होना मान रहे हैं। अब इसमें एक सवाल ये उठ रहा है कि कहीं इस घटना का उज्जैन से 35 किमी दूर स्थित देवास शहर से क्या कोई कनेक्शन है???

दरअसल देवास के औद्योगिक क्षेत्र में स्थित कई फैक्ट्रियों पर यह आरोप लगा है कि वो नाग धम्मन नदी (Naga dhamman River) में केमिकल  (Chemical) युक्त पानी छोड़ रहे हैं और ऐसा आरोप पहली बार नहीं लगा है। इसके पहले भी इस मामले को लेकर कई जांचें हो चुकी हैं लेकिन नतीजा सिफर रहा।

ये भी पढ़ें – Ujjain News: स्टाॅप बांध फिर से टूटने पर शिप्रा में मिला खान नदी का गंदा पानी

इस बार फिर नाग धम्मन नदी (Naga dhamman River) और औद्योगिक क्षेत्र के आस पास रहने वाले रहवासियों ने आरोप लगाया है कि कई ऐसी फैक्ट्रियां हैं जो अपना वेस्टेज केमिकल (Chemical) युक्त पानी इस नदी में बहा रहे हैं नतीजतन नाग धम्मन नदी (Naga dhamman River) प्रदूषित तो हो ही रही है साथ ही इस नदी के आस पास बसे करीब 1 दर्जन गाँवों में खुजली, त्वचा रोग सहित बोरिंग से दूषित पानी आने की ख़बरें आना भी आम बात हो गयी है ।

रहवासियों का यह भी कहना है कि इसको लेकर वो कई बार शिकायत भी कर चुके हैं लेकिन नतीजा सिफर ही रहा है।  इन फैक्ट्रियों ने छोटे छोटे पाईप इस तरह से फैक्ट्री के बाहर छोड़ रखे है कि जिस पर हर किस की नज़र नहीं पड़ती और इन्हीं पाइपों से केमिकल (Chemical)  युक्त पानी नदी में आता है और इस पानी को बड़ी ही चालाकी से आधी रात को छोड़ा जाता है ।

पूरे मामले को लेकर रहवासियों ने प्रदूषण विभाग पर जमकर अपनी भड़ास निकाली और फैक्ट्री संचालक और प्रदूषण विभाग के अधिकारियो की आपस में मिलीभगत होने का आरोप भी लगाया है। रहवासियों का यह भी कहना है कि इस दूषित पानी को पीने से हमारे मवेशियों की भी मौत हो रही है।

नदी में जा रहे केमिकल (Chemical) से नदी के पानी का रंग ही बदल गया है और अब एक सफेद कलर की परत पानी पर साफ दिखाई दे रही है। हम आपको यह भी बता दें कि यह नाग धम्मन नदी (Naga dhamman River) जिसका कि पानी दिन ब दिन प्रदूषित होता जा रहा है आगे जाकर उज्जैन पहुंचकर ये क्षिप्रा नदी (Kshipra River) में मिल जाती है और इसका प्रदूषित पानी क्षिप्रा नदी (Kshipra River) के पानी को भी दूषित कर रहा है ।

मामले को लेकर अब देवास कलेक्टर चन्द्रमौली शुक्ला ने प्रदूषण विभाग और राजस्व की संयुक्त टीम बनाकर जाँच करवाने को बात कही है और यह भी कहा कि जाँच में जो कोई भी दोषी पाया जाएगा तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। खैर जाँच तो पहले भी कई बार हो चुकी हैं लेकिन नतीजा सिफर ही रहा है लेकिन उज्जैन की तरह देवास में भी नदी में धमाके और विस्फोट जैसी घटनाएं हो गयी तो इसका ज़िम्मेदार कौन होगा?


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

Other Latest News