जबलपुर, संदीप कुमार। बंगाल की खाड़ी में बने नए मानसूनी सिस्टम के चलते मध्यभारत में ताबड़तोड़ बारिश शुरू हो गई है। बुधवार रात प्रदेश के अधिकांश इलाकों में मध्य से तेज गति की बारिश रिकॉर्ड की गई। जबलपुर में भी आधी रात अचानक चलीं तेज हवाओं ने डरा दिया।
32 से 33 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चली हवाओं के साथ आसमान पर गरज-चमक के साथ छाए बादलों ने भादों की डरावनी रात की यादें ताजा कर दीं। मौसम वैज्ञानिकों ने अगले 5 दिनों तक प्रदेश सहित महाकौशल के अधिकांश इलाकों में मध्यम से भारी बारिश का अनुमान जताया है।
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बीते 3 दिनों से हो रही बारिश, आसमान पर बादलों की फील्डिंग और कल रात जिस तरह से आंधी-तूफान के साथ बारिश हुई उससे स्पष्ट है कि कमोवेश मानसून की आमद हो चुकी है अब इसकी औपचारिक घोषणा होना बाकी रह गया है।
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स्थानीय मौसम वेधशाला के वैज्ञानिक सहायक देवेंद्र कुमार तिवारी ने बताया कि एक साथ अनेक सिस्टम बने हुए हैं। इनके असर से जहां दक्षिण भारत के अनेक शहरों सहित महाराष्ट्र में ताबड़तोड़ बारिश हो रही है। वहीं बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवात लो प्रेशर एरिया में विकसित हो गया है। इसके साथ दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश से झारखण्ड और पूवरेत्तर बंगाल की खाड़ी एक ट्रफ लाइन बनी है।
दक्षिणी गुजरात से दक्षिणी उड़ीसा तक, पश्चिमी भारतीय तट पर भी ट्रफ लाइन बनी हुई है। इसके अलावा एक पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय है। उक्त तमाम सिस्टम के चलते दक्षिण-पश्चिम मानसून के अगले 2-3 दिनों में मध्यप्रदेश के अनेक स्थानों में छा जाने की पूरी संभावना है।
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कल रात गिरे करीब 1 इंच पानी के बाद इस सीजन में 1 जून से अब तक करीब 2 इंच बारिश रिकॉर्ड की जा चुकी है। गत वर्ष इसी अवधि में 1 इंच के करीब पानी गिरा था।