त्योहारी सीज़न में रेल यात्रियों को राहत, 5 और ट्रेनें चलाने को दी मंजूरी

Gaurav Sharma
Published on -
mp rail news

जबलपुर, संदीप कुमार। कोरोना काल (corona crises)  में ट्रेनों (trains) में लगे लॉकडाउन (lockdown )और उनकी थमी रफ्तार को अब जल्द ही फिर से गति देने की तैयारी की जा रही है। रेलवे ने त्योहारी सीजन(Railway festival season) को देखते हुए ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों (passengers) को बड़ी राहत दी है और बोर्ड ने जबलपुर से पांच और ट्रेनें (five more trains from jabalpur) चलने की मंजूरी दे दी है।

इन ट्रेनों का होगा संचालन

रेलवे बोर्ड (railway board) ने जिन 5 ट्रेनों को चलने की अनुमति दी है वह ट्रेन है अमरकंटक एक्सप्रेस(Amarkantak Express) ,चित्रकूट एक्सप्रेस(Chitrakoot Express), सोमनाथ एक्सप्रेस (Somnath Express), शक्तिपुंज एक्सप्रेस(Shaktipunj Express) और गरीब रथ (Poor chariot) । रेलवे बोर्ड ने इन पांच ट्रेनों को मंजूरी दी है पांचो ही ट्रेन है स्पेशल ट्रेनों की तरह चलाई जाएंगी जिसका की पश्चिम मध्य रेल जल्द ही टाइम टेबल भी जारी करेगा।

नोटिफिकेशन अभी नहीं हुआ है जारी

पश्चिम मध्य रेलवे (West central railway) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी प्रियंका दिक्षित बताती है कि रेलवे बोर्ड ने अभी इन पांचो ट्रेनों को चलाने की मंजूरी दे दी है पर अभी इन ट्रेनों का नोटिफिकेशन(Notification) और गाइडलाइन (Guideline) नहीं मिला है साथ ही यह भी देखा जाएगा कि किस प्रोटोकॉल के तहत आखिर इन पांचों ट्रेनों को चलने के लिए गाइडलाइन जारी होती है।बहरहाल कहा जा सकता है कि कोरोना महामारी(Corona epidemic) के बीच रेलवे मे जबलपुर(jabalpur) वासियों को एक बड़ी राहत दी है की मुंबई (Mumbai),रायपुर (Raipur),कोलकाता (Kolkata) के लिए ट्रेन है जल्द ही शुरू हो रही है।

 


About Author
Gaurav Sharma

Gaurav Sharma

पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

Other Latest News