जबलपुर: काला कोट पहनकर कोर्ट में घूम रहा था फर्जी वकील, आया पुलिस की गिरफ्त में

जबलपुर,संदीप कुमार। जबलपुर जिला अदालत ( Jabalpur district highcourt) में घूम रहे फर्जी वकील को जिला बार एसोसिएशन के सदस्यों ने पकड़कर पुलिस के हवाले किया है, फर्जी वकील बकायदा वकील की यूनिफॉर्म पहनकर एक टेबल में बैठा हुआ था और कोर्ट में आने वालों से लगातार चर्चा भी कर रहा था, इसी दौरान जब जिला बार एसोसिएशन के वकीलों को युवक पर शक हुआ और उससे पूछताछ की तो पता चला कि वह फर्जी वकील है जो कि यूनिफॉर्म पहनकर कोर्ट में घूमा करता था।

यह भी पढ़े… जरूरी सूचना!फटाफट कर ले ये काम, वरना बंद हो सकता है आपका PPF, NPS, और SSY खाता

जिला बार एसोसिएशन के सचिव राजेश तिवारी ने बताया कि जिला कोर्ट में एक युवक वकील की ड्रेस पहन कर बैठा हुआ था। शक होने पर जब उससे परिचय पत्र मांगा तो उसने अपने आपको विधि का छात्र बताया, जब उससे कॉलेज का नाम पूछा तो वह कॉलेज नहीं बता पाया। शक होने पर वकीलों ने युवक को ओमती थाना पुलिस के सुपुर्द कर दिया, जानकारी के मुताबिक फर्जी वकील का नाम राजेश विश्वकर्मा है, जो कि रांझी का रहने वाला है, फिलहाल ओमती थाना पुलिस ने युवक के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे हिरासत में ले लिया है। वकीलों ने ओमती थाना पुलिस को यह भी बताया कि राजेश विश्वकर्मा अपनी गाड़ी में वकील का मोनो लगाकर घूमा करता था और लोगों के साथ धोखाधड़ी भी किया करता था।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है। अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News