जबलपुर, डेस्क रिपोर्ट। जबलपुर में दो युवतियों द्वारा एक केन्द्रीय सरकारी कर्मचारी युवती को ब्लैकमेल करने का मामला सामनें आया है, पीड़ित महिला रेलवे कर्मचारी है और उसे ब्लैकमेल करने वाली महिलाएं खुद को कभी पत्रकार और कभी सनातन हिन्दू संघ का सदस्य बताती रही। जबलपुर के महिला थानें में दर्ज इस मामलें में पीड़ित महिला का कहना है की वह रेलवे में कार्यरत है, इसी दौरान एक युवक से उसकी पहचान हुई, कुछ दिनों बाद युवक ने उसे अपनी पत्नी चित्रा आम्रवंशी से मिलवाया, जिसके बाद पीड़िता और चित्रा के बीच अच्छी खासी दोस्ती हो गई और दोनो ज्यादातर समय साथ बिताती और एक साथ घूमनें फिरने शॉपिंग के लिए जाती, पीड़िता के अनुसार चित्रा का शॉपिंग और अन्य खर्चे भी यही उठाती थी, फिर अचानक एक दिन चित्रा ने पीड़िता को बताया कि उसके पास उसके ऐसे सबूत है जिसके बल पर वह उसे बदनाम कर देगी और नौकरी से भी निकलवा देगी।
कपड़े के शोरूम से नगदी ले उड़े चोर, CCTV में कैद, पुलिस कर रही मामले की जांच
इसी दौरान एक अन्य युवक जिसनें खुद को पत्रकार बताया उस युवक ने भी पीड़िता को फोन कर बदनाम करने की धमकी दी और ऐसा न करने के एवज में 10 लाख की रकम मांगी, पीड़िता ने कुछ रकम दी भी, लेकिन इसके बावजूद पीड़िता को लगातार चित्रा, विकास और एक अन्य महिला रानी द्विवेदी परेशान करते रहे, नौकरी पर आते जाते धमकाते रहे, यही नही तीनो ने पीड़िता के पति से भी कुछ ऐसी बाते की जिससे नाराज होकर पति अपने दोनों बच्चो को लेकर सतना चला गया। इसके बाद भी पीड़िता से और रकम मांगी जाने लगी तो उसने परेशान होकर महिला थानें में शिकायत कर दी जिसके बाद मामलें की गंभीरता को देखते हुए फौरन पुलिस ने ब्लैकमेल करने वाली दोनों महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया ,इस मामले में शामिल विकास द्विवेदी की पुलिस तलाश कर रही है।