जबलपुर, संदीप कुमार। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के पिटारे से निकले रेल बजट में पश्चिम मध्य रेल जोन के लिए कुछ भी खास नहीं मिला है। इस बार का रेल बजट पश्चिम मध्य रेल जोन के हिसाब से सिर्फ संतोषजनक रहा है। रेल बजट में पश्चिम मध्य रेल जोन में किसी भी नई कार्ययोजना के लिए कोई राशि नहीं मिली है, सिर्फ प्रचलित परियोजनाओं के लिए ही आंशिक बजट का प्रावधान किया गया है। वर्तमान में प्रचलित परियोजनाओं के लिए कुछ राशि जरूर मिली है लेकिन नए प्रोजेक्ट में मायूसी ही हाथ लगी है। पश्चिम मध्य रेल जोन के महाप्रबंधक एस.के सिंह ने बजट को लेकर जानकारी दी जिसमें उन्होंने बजट की झलकियों को बतलाया। पश्चिम मध्य रेल जोन के हिसाब से उसके हिस्से में क्या कुछ आया और क्या कुछ नहीं, इसकी विस्तृत जानकारी दी गई है।
160 किलोमीटर प्रति घंटें की रफ्तार से चलेगी ट्रेन
बता दें कि रेलवे विद्युतिकरण कार्य को लेकर रेल मंत्री ने 2023 तक की डेडलाइन घोषित की है जिसे की पश्चिम मध्य रेल जोन एक या दो महीने में पूरा कर लेगा। महाप्रबंधक एस.के सिंह ने बताया कि संभवत यह काम इसी माह या अगले माह पूरा हो जाएगा जिसके साथ ही पश्चिम मध्य रेल देश का पहला दिन होगा की रेल लाइन विद्युतिकरण शत-प्रतिशत हो जाएगा। वहीं रेलगाड़ियों की रफ्तार 160 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलाने की योजना पर भी उन्होंने जानकारी दी। महाप्रबंधक एस.के सिंह ने बताया कि मार्च 2024 तक इस परियोजना पर भी काम पूरा हो जाएगा और जून में पटरियों पर 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से सरपट ट्रेन भागेगी।