जबलपुर| पुलवामा आतंकी हमले का बदला लेते हुए भारतीय सेना ने न सिर्फ पाकिस्तान बल्कि आतंकियों को मुँह तोड़ जवाब देता हुए उनके कई ठिकानों को नष्ट किया है। इस हमले में भारतीय सेना ने मेहनत तो की है पर सेना ने जो बम हमले के लिए इस्तेमाल किए है उनका भी अपना एक अलग काम था। 1000 pounder नाम के ये बम जबलपुर के ओएफके फैक्टरी में बनते है। आयुध निर्माणी खमरिया बीते 12 वर्षों से 1000 pounder बम सेना के लिए बना रही है। आतंकियों को नेस्तनाबूद करनी वाले 1000 pounder बम जिस फैक्टरी में बनते है उस फैक्टरी के कर्मचारियों सहित अधिकारी भी फक्र महसूस कर रहे है कि उनके द्वारा बनाए गए बमो ने आतंकियों को खत्म कर दिया।
ओएफके फैक्ट्री के सीनियर जनरल मैनेजर एके अग्रवाल का कहना था कि हमारे फैक्ट्री में बहुत सारे बम बनाये जाते है उन्ही बमो में से एक है 1000 pounder जो कि इतना घातक है कि पलक झपकते ही एक बड़ी बिल्डिंग को ढेर कर सकता है। श्री अग्रवाल ने बताया कि 1000 pounder बमो में rdx के साथ साथ कई पदार्थ मिलाकर इसे बनाया जाता है। ये बम थल सेना के साथ साथ जल सेना और वायु सेना को भी यहाँ से भेजा जाता है।
सीनियर जनरल मैनेजर एके अग्रवाल की माने तो आज ही 1000 pounder के बमो की बड़ी खेप जाना है हालांकि आज का दिन पहले से ही तय था पर अब जबकि देश मे आतंकियों से निपटने के लिए सेना ने पूरी तरह से कमर कस ली है तो सेना के लिए हर तरह के बमो को बनाने के लिए भी फैक्टरी के कर्मचारी अधिकारी पूरी तरह से तैयार है। हम आपको बता दे कि पूरे देश मे सिर्फ आयुध निर्माणी खमरिया फैक्टरी ही ऐसी है जो कि सेना के लिए इस तरह के बमो का निर्माण करती है।