जबलपुर, संदीप कुमार। नकली रेमडेसिवीर इंजेक्शन की खरीद फरोख्त में लिप्त सिटी अस्प्ताल संचालक सरबजीत सिंह मोखा को बुधवार को पुलिस ने जिला कोर्ट में पेश किया। इस दौरान भारी पुलिस बल के बीच सरबजीत सिंह मोखा को केंद्रीय जेल जबलपुर से जिला कोर्ट में पेश किया जहाँ उसे दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया है।
सरबजीत सिंह का बेटा भी रिमांड में, पूछताछ में नहीं कर रहा सहयोग
सरबजीत सिंह मोखा के बेटे हरकरण सिंह को भी गिरफ्तार कर कोर्ट से उसकी तीन दिन की पुलिस रिमांड ली है। पूछताछ के दौरान हरकरण सिंह मोखा पुलिस का सहयोग नही कर रहा है जिसके चलते इस केस को सुलझाने में पुलिस को परेशानी हो रही है। सीएसपी अखिलेश गौर ने बताया कि अभी सरबजीत सिंह की तीन दिन की पुलिस रिमांड ली गई है इसके बाद अब पिता-पुत्र को आमना-सामना कराकर पूछताछ की जाएगी।
पुलिस को गुमराह कर रहा हरकरण सिंह
सीएसपी अखिलेश गौर के मुताबिक हरकरण सिंह ने पूछताछ के दौरान अपना मोबाइल पाटन की पहाड़ी में तोड़कर फेंकना बताया था, जिसके बाद पुलिस टीम मौके पर पहुँची और कुछ सबूत बरामद किए। इसके अलावा पुलिस ये भी पतासाजी कर रही है कि हरकरण सिंह सच बोल रहा है या नही। हरकरण सिंह ने फरारी के दौरान दिल्ली में एक मोबाइल खरीदा था जो कि उसके पास से जप्त किया गया है। पुलिस अब मोबाइल से जानकारी निकालने के लिए साइबर टीम की मदद ले रही है।
मोखा की पत्नी की जमानत हो चुकी है खारिज
सिटी अस्पताल के संचालक सरबजीत सिंह मोखा का बेटा हरकरण सिंह जहाँ नकली आईडी बनवाकर रेमडेसिवीर इंजेक्शन मंगवाने के काम मे लिप्त था तो वहीं उसकी पत्नी जसमीत कौर और मैनेजर सोनिया खत्री ने सबूत मिटाने का अपराध किया था, जिनकी जमानत अर्जी मंगलवार को नामंजूर हो गई है।