महात्मा गांधी के लिए अनोखा प्रेम, सालों से संजों रहे गांधी से जुड़ी चीजें

Gaurav Sharma
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गांधी प्रेमी रोहित खन्ना

जबलपुर,संदीप कुमार। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Father of the Nation Mahatma Gandhi)  ने भारत की आजादी (for the Independence of India) में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनका पूरा जीवन अन्याय के खिलाफ लड़ाई (Fight against injustice) के लिए समर्पित रहा। यही कारण है कि उनके द्वारा दिए गए विचार पूरी दुनिया में अपनाए जा रहे हैं। ऐसे महापुरुष की याद लोगों को हमेशा उनकी जयंती पर ही आती है, लेकिन एक व्यक्ति ऐसा है, जिसके दिन की शुरुआत बापू की याद से होती है। जबलपुर के रहने वाले रोहित खन्ना महात्मा गांधी के विचारों (opinion of mahatma gandhi )से इतना प्रभावित हैं, कि वे पिछले 15 सालों से महात्मा गांधी से जुड़ी पुरानी चीजें ढूंढ़-ढूढ़कर संजो रहे हैं, आज उनके पास गांधी से जुड़ी दुर्लभ चीजें मौजूद हैं, जो शायद ही लोगों ने कभी देखी होगी।

रोहित खन्ना के पास है महात्मा गांधी से जुड़ी नायाब चीजें

जबलपुर के सिविल लाइन (jabalpur civil lines) में रहने वाले रोहित खन्ना एक प्राइवेट संस्थान में नौकरी करते हैं, गांधी के प्रति उनकी दीवानगी इतनी ज्यादा है कि वे जहां भी जाते हैं , गांधी से जुड़ी चीजें तलाशकर अपने पास रख लेते हैं, चाहे इसके लिए उनको कितनी भी कीमत चुकानी पड़े। राजेश को गांधी जी से इतना लगाव है कि गांधी से जुड़ी चीजों का पता भर लग जाए, तो वो देश के किसी भी कोने में पहुंच जाते हैं। यही कारण है कि उन्होंने राजस्थान, गुजरात, कश्मीर, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश सहित कई प्रदेशों में घूमते हुए बापू से जुड़ी कई चीजों को अपने पास संभालकर रखा है। रोहित खन्ना के पास महात्मा गांधी से जुड़ी नायाब चीजें आज उनके पास गांधी चित्र से अंकित सोने और चांदी के सिक्के, बापू की तस्वीरें और मूर्ति, साल 1945 का ताला, 1950 में बनीं गांधी की दुर्लभ पेंटिंग मौजूद है, जो पीपल के पत्ते पर बनाई गई है। इसके साथ ही कई चीजें हैं, जो कहीं न कहीं गांधीजी के जीवन का अहम हिस्सा थीं।

रोहित खन्ना की शिक्षक पत्नी भी दे रहीं साथ

रोहित बीते 15 सालों से महात्मा गांधी की यादों को संजों रहे हैं, उनके इस काम में उनकी शिक्षक पत्नी भी बखूबी साथ निभाती हैं। रोहित महात्मा गांधी से जुड़ी नायाब चीजों को तलाशने जहां भी जाते उनकी पत्नी करुणा भी उनके साथ होती हैं। गांधी के विचारों और उनके जीवन के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए रोहित खन्ना प्रदर्शनी भी लगाते हैं। उनका कहना है कि आज की पीढ़ी महात्मा गांधी को सिर्फ इसलिए जानती है कि वे राष्ट्रपिता हैं, लेकिन उनके जीवन के बारे में बच्चों को पता नहीं हैं, इसीलिए फ्री में प्रदर्शनी लगाते हैं, जिससे लोगों को गांधी के जीवन के बारे में बताया जा सके।


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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