Lok Sabha Elections 2024: खंडवा में महिलाओं ने किया प्रदर्शन, शराब की दुकान नहीं हटने पर किया चुनाव बहिष्कार का ऐलान

वार्ड वासियों का कहना है कि हम कई दिनों से शराब दुकान को हटाने के लिए प्रशासन और कलेक्टर ऑफिस के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन हमारी बात को सुनने वाला कोई नहीं है।

Shashank Baranwal
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Khandwa

Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के मतदान का दिन जैसे-जैसे नजदीक आता है, वैसे ही लोग अपनी मांगों को लेकर खुलकर सामने आ जाते हैं। कुछ ऐसा ही नजारा मध्य प्रेदश के खंडवा जिले में देखने को मिला है, जहां लाल चौकी महालक्ष्मी माता वार्ड क्षेत्र में स्थित शराब की दुकान को नहीं हटाए जाने पर वार्ड वासियों द्वारा चुनाव बहिष्कार करने का फैसला लिया गया है।

शहर के कई इलाकों में मतदान बहिष्कार का ऐलान

खंडवा जिले में शराब की दुकानों को बंद कराने के लेकर वार्ड वासियों ने लाल चौक, विजयनगर, तिलक नगर, देवश्री कॉलोनी, विद्यानगर, आदर्श नगर में पोस्टर के साथ प्रदर्शन करते दिखे। इस दौरान उनका कहना है कि अगर शराब की दुकाने बंद नहीं होती हैं तो चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा। वहीं, दीप श्री कॉलोनी के पास वाइन शॉप का विरोध अब खुल के किया जा रहा है। इसी के चलते चुनाव बहिष्कार बोर्ड लगाए गए। साथ ही वाइन शॉप के सामने कई महिलाए इकट्ठी भी हुई।

प्रशासन मांग को अनदेखा करते आया

हालांकि, यह मांग आज से नही है। यह मांग कई दिनों से चली आ रही है, लेकिन हर बार वार्ड वासियों की मांग को प्रशासन अनदेखा कर देता है, लेकिन अब वार्ड वासियों ने सोचा कि लोकसभा चुनाव के दौरान मुद्दा उठाकर हम अपनी बात डंके की चोट पर रख सकते है। इसीलिए शायद लोकसभा मतदान के कुछ दिन पहले ही लोकसभा चुनाव बहिष्कार का बोर्ड लगाकर अपना विरोध जताया है।

मांगे पूरी न होने पर नहीं करेंगे वोट

वार्ड वासियों का कहना है कि हम कई दिनों से शराब दुकान को हटाने के लिए प्रशासन और कलेक्टर ऑफिस के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन हमारी बात को सुनने वाला कोई नहीं है। इसलिए मजबूरन हमें मतदान के कुछ दिन पहले लोकसभा चुनाव बहिष्कार का बोर्ड लगाकर विरोध जताने पर भी विवश होना पड़ा। हम उम्मीद करते है कि प्रशासन इसे गंभीरता से लेगा और हमारी मांग पूरी की जायेगी,  अन्यथा हम सब मतदान के दिन वोट नही करेंगे।

खंडवा से सुशील विधानी की रिपोर्ट


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है– खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालो मैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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