Khargone News : बच्चों से भरी स्कूल बस अनियंत्रित होकर पलटी, 5 बच्चे घायल

Amit Sengar
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Khargone Accident News : मध्यप्रदेश के खरगोन जिले के बड़वाह से करीब 35 किमी दूर ग्राम बेड़िया के समीप ग्रीनवैली स्कूल की बस पलट गई। इस दौरान बस में स्कूल के 30-35 छोटे-छोटे बच्चे भी बैठे थे। ये तो गनीमत रही की किसी तरह की जनहानि नही हुई। लेकिन 4 से 5 बच्चों को चोट आई है। उन्हें सेल्दा प्लांट के अस्पताल ले जाया गया है। जहाँ उनका उपचार जारी है।

यह है घटना

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार कानापुर में स्थित ग्रीन वैली पब्लिक स्कुल की बस आसपास के गाँव से स्कूली बच्चों को लाया ले जाया जाता है। गुरुवार सुबह भी भी बस आसपास के ग्रामो से बच्चों को लेने गई थी। इसी दौरान कमोदवादा-सालाखेडी तरफ से बच्चों को लाने के बाद सुबह करीब 9 बजे सेल्दा पट्रोल पम्प के पास बस अनियंत्रित होकर सड़क से नीचे करीब पांच फ़ीट गहरे गिर गई। जैसे ही बस गिरी तो वहां बच्चों की चीख-पुकार मच गई। उनकी चीख पुकार सुनकर राहगीर एवं ग्रामीण आए। उन्होंने बच्चो को स्कूल बस से निकाला।

Khargone News : बच्चों से भरी स्कूल बस अनियंत्रित होकर पलटी, 5 बच्चे घायल

इस दौरान बस में ड्रायवर राजू नायक एवं एक हेल्पर था। दोनों मौके से फरार हो गए। बस में सवार बच्चो के परिजनों को जैसे ही इस घटना की जानकारी लगी। वे तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गए। अपने बच्चों को सुरक्षित देख उनकी जान में जान आई। वहीं करीब पांच बच्चे जिन्हें चोट आई थी उन्हें तुरंत सेल्दा एनटीपीसी प्लांट स्थित अस्पताल ले जाया गया है। इस घटना की जानकारी लगने पर वहां बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ लग गई है। साथ ही लोगों में स्कूल प्रबन्धन के प्रति आक्रोश भी है। घटना की जानकारी लगने पर थाना प्रभारी राजेन्द्र बर्मन सहित अन्य पुलिसकर्मी भी मौके पर पहुंचे।

स्कूल पहुंचे अभिभावकों ने जताया रोष

इस दुर्घटना से आक्रोशित अभिभावक दोपहर करीब 12 बजे स्कूल पहुंचे। यहाँ उन्होंने स्कूल प्रबन्धन के समक्ष जमकर आक्रोश जताया। उन्होंने इस दुर्घटना में ड्रायवर के मौके से भाग जाने पर सवाल उठाते हुए अपना विरोध जताया। इस दौरान पालकों ने प्रबन्धन को जमकर लताड़ भी लगाई। इस बीच मौके पर पुलिसकर्मी भी मौजूद रहे।
खरगोन से बाबूलाल सारंग की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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