मंदसौर।तरुण राठौर।
लगातार बड़े रहे कोरोना मरीजो की संख्या ने जहां प्रशासन को सख्त कद उठाने पर मजबूर कर दिया है। इसी सख्त कदम के चलते दो दिन का जिले में लोकडाउन लगाया जा है जो शनिवार से लेकर सोमवार की सुबह तक लागू रहेगा। वहीं कुछ मुठ्ठीभर लोगों की वजह से सभी लोगों को दो दिन का सख्त लोकडाउन की सजा मिल रही है। सवाल यह है कि ये मुठ्ठीभर लोग कौन है। जिसकी वजह से आमलोगों को सख्त लोकडाउन की सजा भोगनी पड़ेगी। तो आप देखेंगे की ये मुठ्ठीभर लोगों में मंत्री व उनके समर्थक है। जो इस कोरोना काल में भी सरकार की गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाते हुए जनसभा व रैली किए जा रहे है।उनकी इस रैली व जनसभा में हजारों की तादाब में लोग पहुंच रहे है। जहां पर वे जमकर सोशल डिस्टेंड सहित नियमो की मंत्री के साथ अवेहलना कर रहे है। जबकि आमलोगों से सख्ती से गाइडलाइन सहित नियमो का पालन कराया जा रहा है यदि को नियम को तोड़ता है तो प्रशासन सख्त रुख अपनाते हुए कार्यवाही करता है। क्योंकि जो गाइडलान आमलोगो के लिए है उसमें प्रशासन शवयात्रा से शादी तक में समलित होने के लोगो की संख्या निर्धारित है। किंतु राजनीति कार्यक्रम में समलित होने के लिए कोई संख्या निर्धारित नहीं है। किन्तु यदि कोई राजनेता सरकार की गाइडलाइन व नियमो को ताक पर रखके राजनीतिक कार्यक्रम करता है। तो प्रशासन का ध्यान उस ओर बिल्कुल भी नहीं जाता है। यही वजह है कि राजनेता खुल कर अपने आयोजन किए जा रहे है। क्योंकि इनके ऊपर कोई भी नियम लागू नहीं होता है। सोशल डिस्टेंड व गाइडलान की दुवाहि देते हुए सावधानी बरतने की बात कहने वाले मंत्री व नेता ही इन नियम का पालन नही कर रहे है।मन्त्रिमण्डल से लेकर अब तक क्षेत्र में मंत्री ने कई बार दौरे किए है। इन दौरे में मंत्री के समर्थक ने जमकर नियमो की धज्जियां उड़ाई । प्रशासन उनकी इस प्रकार नियमो की अवेलना करने पर मौन है। जबकि उनके इस पूरे दौरे में प्रशासन भी साथ था।