मंदसौर। तरुण राठौर| कोरोना काल के बीच क्षेत्र में उपचुनाव होने है। इसी लिए क्षेत्र में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। ऐसे में कांग्रेस मुक्त भारत का नारा लगाते लगाते भाजपा अब कांग्रेस युक्त हो गई है। जिसका पता नेताओं को अब लग रहा है। लेकिन क्षेत्री नेता कुछ समझते उससे पहले भाजपा के रंग बदल गए। भाजपा का कांग्रेस युक्त होना पार्टी बड़े से लेकर क्षेत्री नेताओं का तनाव खासा बढ़ा हुआ है। एक अजीबों गरीब स्थिति में नेता फंसे है ऐसे में एक तरफ ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों को सर माथे पर बैठाने की मजबूरी और दुसरी तरफ खुद का वजूद बचाने की चिंता। यह हालात इस समय पूरे जिले में बनी हुई है। पार्टी के पूर्व विधायक राधेश्याम पाटीदार जैसे तमाम नेता इन मौजूदा हालातों के बीच असमंजस में डूबे है।
संगठन के रवैया कर रहा हैरान –
उप चुनाव का रंग इस समय क्षेत्र में देखा जा रहा है। क्यों कि उप चुनाव की सबसे महत्वपूर्ण सीट सुवासरा विधानसभा की है। जबकि मंदसौर संसदीय क्षेत्र में सिंधिया का प्रभाव अधिक है इस सूबे में सूबेदार की भूमिका में कैलाश विजयवर्गीय दी। उधर पार्टी का रवैया भी टीम क्षेत्री नेताओ को हैरान किए हुए है।