मंदसौर में सुबह होती है रावण की पूजा शाम को प्रतीकात्मक वध

मंदसौर,राकेश धनोतिया। मंदसौर (mandsaur) में रावण की बरसो पुरानी मूर्ति है, जिसे दशहरे के दिन पूजा जाता है। यहां के नामदेव समाज द्वारा रावण को पूजा जाता है। नामदेव समाज की मान्यता है की रावण परमज्ञानी था, परमभक्त था और श्रेष्ठ योगी भी था इसलिए रावण पूज्यनीय भी है।

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Amit Sengar

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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”