मंदसौर, तरुण राठौर। काला सोने व भगवान पशुपतिनाथ की नगरी के नाम से प्रसिद्ध जिला मंदसौर (Mandsaur) में तेजी से ऑनलाइन सट्टेबाजी (Online betting) अपने पैर पसार रही है। ओर पुलिस इस पर नकेल नहीं कस पा रही है। क्योंकि इन सट्टेबाजों पर राजनीति आकाओ से लेकर पुलिस अधिकारियों तक का हाथ है। जिसकी वजह से तेजी से जिले का युवा वर्ग इसकी गिरफ्त में आ रहा है और बर्बाद हो रहा है। जिस उम्र में युवा को पढ़ाई करना चाहिए, उस उम्र में ये सटोरी उनको लाखो रुपए की जीत का सपना दिखाकर बर्बादी के रास्ते पर डाल रहे है और युवा है कि इनके जाल में फंस रहे है।
वहीं दूसरी ओर आईपीएल शुरू हो गया है। इस पूरे आईपीएल के सीजन (Season of IPL) में युवा वर्ग द्वारा जम कर मैच के जीत हार पर पैसा लगाया जाता है। जिसका लें देन बुकी ऑनलाइन से करते है। मैच की पल पल खबर मोबाइल पर सटोरियो को दी जाती है। जिसपर युवावर्ग जमकर अपनी गाड़ी कमाई का पैसा लगाता। ओर यही वजह है कि इस कोरोना काल में सटोरियों में दिवाली जैसा हाल है।जबकि लोगो के व्यपार व्यवसाय पूरी तरह से खत्म हो गए। परन्तु आईपीएल शुरू होने की वजह से सटोरियों में खुशी का माहौल है। जिसकी तैयारी इन सटोरियो ने पहले से ही कर रखी थी। ओर शनिवार को हुए पहले मैच में लोगों ने जमकर पैसे लगाए। इसके लिए सटोरियों ने नगर सहित पूरे जिले में अपना नेटवर्क फैला रखा है। जिससे संपर्क कर लोग मैच पर पैसे लगा सकते है। इसके लिए बुकी को आनलाइन खाते में पैसे ट्रांसफर कर सकते हो। जबकि पुलिस छोटे मोटे सट्टेबाजों को गिरफ्तार कर इति श्री कर लेती है।किन्तु बड़े सट्टेबाज कभी कोई कार्यवाही नहीं होती है। जिसके चलते बैखोफ इन अधिकारियों की पनाह में बड़े सट्टेबाज कारोबार करते रहते है। इन पर कभी आंच तक नहीं आती। जिसकी वजह से युवावर्ग में फैल रहे इस सट्टेबाजी के चलन को रोका नहीं पा रहे है।