हाल ही में नेपाल में आए भूस्खलन और बाढ़ ने कई तीर्थयात्रियों की यात्रा पर गंभीर प्रभाव डाला है। दरअसल इसमें मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों के करीब 23 श्रद्धालु भी फंस गए हैं। वहीं अब इस गंभीर स्थिति को देखते हुए, मध्य प्रदेश सरकार के गृह विभाग ने भारत सरकार के विदेश मंत्रालय को एक महत्वपूर्ण पत्र लिखा है। बता दें कि इस पत्र में त्वरित सहायता प्रदान करने की मांग की गई है और फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकालने की अपील की है।
New Doc 10-01-2024 16.20दरअसल मध्य प्रदेश के रीवा, डिंडोरी और जबलपुर जिलों से तकरीबन 23 श्रद्धालु नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर के दर्शन के लिए गए थे, वहीं अचानक हुए भूस्खलन और भारी बारिश के चलते यह श्रद्धालु नेपाल में फंस गए। जिसके बाद फंसे हुए लोगों ने राज्य के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से सहायता की मांग की थी। दरअसल उन्होंने एक वीडियो जारी कर अपनी गंभीर स्थिति को साझा करते हुए तत्काल मदद की अपील की थी।
भूस्खलन और बाढ़ के कारण सड़कों से संपर्क टूटा
वहीं फंसे हुए श्रद्धालुओं ने जानकारी दी कि भूस्खलन और बाढ़ के कारण सड़कों का संपर्क पूरी तरह से टूट गया है, जिससे वे सुरक्षित स्थानों तक पहुंचने में दिक्कत हो रही हैं। उनके पास खाने-पीने की सामग्री भी खत्म हो चुकी है और बाढ़ के कारण उन्हें कोई अतिरिक्त साधन या जरूरी सामान भी नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में इस कठिन परिस्थिति में श्रद्धालु बेहद असहाय और चिंतित महसूस कर रहे हैं।
मध्य प्रदेश सरकार के गृह विभाग ने विदेश मंत्रालय को लिखा पत्र
दरअसल मध्य प्रदेश सरकार के गृह विभाग ने इस घटना पर त्वरित कार्रवाई की है। जानकारी के मुताबिक गृह विभाग के सचिव नौसा राजपूत ने विदेश मंत्रालय को एक आधिकारिक पत्र भेजा है, इस पत्र में नेपाल में फंसे 23 लोगों की सूची भी शामिल की गई है। बता दें कि इस पत्र में उल्लेख किया गया है कि जबलपुर के बड़ंगैयां परिवार के 10 सदस्य पशुपतिनाथ मंदिर के पास मारवाड़ी धर्मशाला में रुके हुए हैं। इसके अलावा, अन्य जिलों से आए लोग भी विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए हैं, जिन्हें बचाने के लिए सहायता की अपील की गई है।
जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश के गृह विभाग ने विदेश मंत्रालय से यह अनुरोध किया है, कि ‘नेपाल में बाढ़ और भूस्खलन के कारण फंसे भारतीय नागरिकों को तुरंत सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं। नेपाल में लगातार बारिश और बाढ़ के कारण सड़कों का संपर्क टूट गया है, जिससे राहत और बचाव कार्यों में कठिनाई हो रही है।’ दरअसल इस पत्र में गृह विभाग ने बताया है कि पशुपतिनाथ मंदिर के पास कुछ श्रद्धालुओं का संपर्क टूट चुका है और उन्हें तत्काल सहायता की आवश्यकता है।