मुरैना।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें कांग्रेस विधायक रेत माफियाओं को खुद रेत निकालने के निर्देश देते हुए नजर आ रहे है। विधायक कह रहे है तुम लोग शहर में ट्रकों से रेत मत डालना, ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से डालना। जबकी सुप्रीमकोर्ट और हाईकोर्ट ने चंबल रेत का अवैध उत्खनन करने पर रोक लगा रखी है। वीडियो के वायरल होते ही कांग्रेस मे हड़कंप मच गया है। बताते चले कि बीते दिनों ही खनिज मंत्री प्रदीप जायसवाल ने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए अवैध खनन पर रोक लगाने और दोषियों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। अब देखना है कि मंत्री और सरकार अपने ही विधायक के इस निर्देश पर क्या एक्शन लेते है।
दरअसल, लगातार रेत अवैध उत्खनन के चलते सुप्रीमकोर्ट और हाईकोर्ट ने चंबल से रेत अवैध उत्खनन पर रोक लगा रखी है। बावजूद इसके तेजी से अवैध उत्खनन हो रहा है। इसके के चलते अब तक कई पुलिस वालो की जान तक जा चुकी है।लेकिन अब तक इन पर रोक नही लग पाई है। इसी बीच सुमावली से कांग्रेस विधायक ऐदल सिंह कंषाना के इस वीडियो ने बवाल मचा दिया है। वीडियो में कांग्रेस विधायक रेत माफियाओं की आयोजित पंचायत में उन्हें डंपर से रेत ना निकालकर ट्रेक्टरों से रेत परिवहन करने के निर्देश दे रहे है।विधायक कहते नजर आ रहे है कि तुम लोग शहर में ट्रकों से रेत मत डालना, ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से डालना। जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
बताते चले कि बीते साल विपक्ष में रहकर कांग्रेस ने अवैध उत्खनन को लेकर शिवराज सरकार को जमकर घेरा था। सड़क से लेकर सदन तक हल्ला मचा था। पूर्व सीएम शिवराज और उनके परिवार पर अवैध उत्खनन तक करवाने के आरोप लगे थे। लेकिन सत्ता में कांग्रेस की सरकार है और अब कांग्रेस विधायक ही रेत माफियाओं को कोर्ट के आदेश को ताक पर रख सीधा निर्देश दे रहे है कि टैक्टर ट्रालियों से रेत निकालों।वही भाजपा ने इसको लेकर अब हमले करना शुरु कर दिया है। कानून व्यवस्था के बाद अब विपक्ष के पास अवैध उत्खनन को लेकर सरकार को घेरना का मौका मिल गया है, जिसे बीजेपी बखूबी तरीके से जनता के बीच भुनाएंगी। खैर आगे क्या होता है ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
वीडियो वायरल के बाद विधायक की सफाई
वही वीडियो के वायरल होने के बाद विधायक ने सफाई पेश की है। उन्होंने कहा है कि मुरैना विधानसभा में चंबल रेत का अवैध उत्खनन नहीं हो रहा है। गांव के लोग पेट पालने के लिए खेतों में एकत्रित रेत ला रहे हैं। मुझे क्षेत्र की जनता ने विधायक चुना है। लोग मेरे यहां समस्याएं लेकर आते हैं। इसलिए ऐसी पंचायतें होती रहतीं हैं। जो लोग वीडियो वायरल कर मुझ पर उंगली उठा रहे हैं मैं उनसे दबने वाला नहीं हूं। रेत का अवैध उत्खनन को नियंत्रित करने मेरी सीएम से चर्चा हुई है। हम जल्द ही पंचायतों के माध्यम से जनहित में चंबल, क्वारी, आसन नदी पर रेत खदानों को चालू कराएंगे।
सुप्रीमकाेर्ट ने लगा रखी है रोक
चंबल नदी में घडियाल प्रजाति पाले जाने के कारण नेशनल वाइल्ड लाइफ बोर्ड की पहल पर सुप्रीम कोर्ट ने चंबल अभ्यारण्य क्षेत्र के 435 किमी लंबाई में रेत का उत्खनन किए जाने पर प्रतिबंध लगा रखा है। इसके चलते माइनिंग कारपोरेशन ने 15 साल पहले चंबल की रेत खदान के ठेका को भी समाप्त कर दिया था। इससे माइनिंग कारपाेरेशन को 12 करोड रुपए के सालाना राजस्व की हानि भी हुई।