Morena News : आजादी के कई दशक बीत जाने के बाद भी मध्य प्रदेश में कई ऐसे जिले हैं, जिनका विकास से दूर-दूर तक कोई वास्ता नहीं दिखाई देता। हॉस्पिटल, स्कूल तो छोड़िए जल और पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं से भी ऐसे गांव वंचित हैं। आज हम आपको मुरैना जिले के ऐसे ही एक गांव के बारे में बताने जा रहे हैं जो आज भी पक्की सड़क समेत अन्य समस्याओं से परेशान हैं। इसके लिए वो कई मंत्री, नेताओं और प्रशासन से सालों से गुहार लगा रहे हैं। जिसके बाद आखिरकार खुद ही सड़क बनाने का फैसला कर लिया।
नीबरी पुरा गांव का मामला
दरअसल, हम बात कर रहे हैं अंबाह मुख्यालय से 14 किलोमीटर दूर स्थित नीबरी पुरा गांव की, जहां आज भी ग्रामीण बरसात के दिनों में मुख्य मार्ग पर पानी भर जाने के कारण घरों में कैद होकर रह जाते है। इस संबंध में उन्होंने अनेक बार शासन-प्रशासन से मुख्य मार्ग को पक्का कराने की गुहार की लेकिन किसी ने कोई सुनवाई नहीं की। जिसके कारण गांव के लोगों ने अपने स्तर पर सड़क निर्माण का कार्य प्रारंभ किया और खुद ही दो किलोमीटर लंबी सड़क बना डाली।
चंदा एकत्रित कर की शुरूआत
ग्रामीणों ने किसी से भी सहयोग ना लेकर खुद ही चंदा एकत्रित कर इस कार्य की शुरुआत की है। इस सड़क पर मिट्टी और बजर से सड़क निर्माण चालू किया गया है। सड़क ना होने के कारण उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता था। किसी अन्य के भरोसे न बैठकर अब वो खुद श्रम दान कर सड़क बनाने में जुट गए हैं। खुद ही अपने खर्चे पर सड़क बनाकर सत्ता में बैठे नेताओं और जिम्मेदार अफसरों को शर्मिंदा होने पर मजबूर कर दिया है। इस गांव के ग्रामीणों के प्रयास की सराहना आस-पास के गांव वाले भी कर रहे हैं। फिलहाल, इस गांव के लोग चुनाव का बहिष्कार करने का भी दावा कर रहे हैं।
मुरैना से नितेंद्र शर्मा की रिपोर्ट