मुरैना।संजय दीक्षित
शुक्रवार की शाम मुरैना (morena) जिले के किसानों (formers) के लिए कयामत बन के आई। तेज पानी के साथ साथ अचानक ओले भी पड़ने शुरू हो गए ।जौरा, मुरैना, सुमावली, कैलारस सहित शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में करीब 5 मिनट तक ओले और पानी से भारी नुकसान हुआ है। ओलावृष्टि होने के कारण खेतों में खड़ी सरसों और गेहूं की फसल चौपट हो गई है ।लगभग डेढ़ लाख हेक्टेयर में खड़ी हुई फसल पर इसका असर पड़ा है ।बेर के बराबर ओलो ने फसल को खेतों में लिटा दिया है। किसान भारी परेशान है और प्रशासन से मुआवजे (compensation) की मांग कर रहे हैं। प्रशासन का कहना है कि इस बारे में राजस्व (revenue) टीमों को सूचित कर दिया गया है और सर्वे (serve) की कार्रवाई तुरंत शुरू की जा रही है। क्षति का आकलन होते ही राज्य सरकार (state government ) को रिपोर्ट भेजी जाएगी और इसके बाद में मुआवजा देने का काम किया जाएगा ।हालांकि किसानों में इस बात को लेकर भी रोष है कि खरीफ की फसल के समय जब अतिवृष्टि हुई थी तब भी उनकी फसलें चौपट हो गई थी लेकिन उसका मुआवजा आज तक नहीं मिला। जबकि उस समय भी प्रशासन ने सर्वे कराया था और सर्वे कराने के बाद मुआवजा देने की घोषणा की थी