Morena News  : पति ने की पत्नी की निर्मम हत्या, फिर अपने पेट में मारा चाकू, गंभीर रूप से घायल

Amit Sengar
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Two employees engaged in assembly duty died

Morena News  : मध्य प्रदेश के मुरैना जिले की अंबाह तहसील से एक बड़ी खबर आ रही है जहाँ एक शख्स ने अपनी पत्नी की निर्मम हत्या कर दी। फिर उसके बाद उस व्यक्ति ने स्वयं के पेट में चाकू मार लिया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और तत्काल पत्नी के शव को पीएम हाउस ले जाया गया और पति को गंभीर हालत में अंबाह अस्पताल से मुरैना जिला अस्पताल रेफर किया, यहां से ग्वालियर भेज दिया गया है। जहाँ घायल का इलाज जारी है।

यह है पूरा मामला

पुलिस द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, अंबाह कस्बे के मिश्रनगर में राजेन्द्र कटारे के मकान में किराए से रहने वाले राजेश कडेरे का पहले पत्नी सुनीता कड़ेरे से झगड़ा हुआ और उसके बाद सुनीता के गले व छाती पर हंसिया से वार करके दर्दनाक हत्या कर दी। इसके बाद राजेश ने खुद को भी चाकू मारकर जान देने का प्रयास किया। कमरे से आवाज आने पर मकान मालिक राजेन्द्र कटारे ने देखा तो कमरे के अंदर सुनीता खून से लथपथ जमीन पर पड़ी थी और राजेश स्वयं को चाकू मार रहा था। कमरे की कुंडी लगाकर ताला डाल रखा था। राजेन्द्र कटारे ने पुलिस को सूचना की। पुलिस मौके पर पहुंची, किसी तरह गेट तोडक़र खोले गए। खून से लथपथ पति- पत्नी को अंबाह सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सक ने सुनीता को मृत घोषित कर दिया और राजेश को मुरैना रेफर कर दिया।

पुलिस ने मृतिका के भाई रामकिशोर कड़ेरे निवासी ग्राम कछ पुरा थाना अम्बाह की रिपोर्ट पर आरोपी राजेश कड़ेरे के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। रामकिशोर के अनुसार उसकी बहन सुनीता की शादी करीब 15 साल पहले राजेश पुत्र बदन सिंह कडेरे निवासी चतुर्वेदी नगर भिण्ड के साथ हुई थी। ये दोनों करीब 3 महीने से मिश्र नगर अम्बाह में राजेन्द्र कटारे के मकान में किराए से रह रहे थे।

गौरतलब है कि राजेश कड़ेरा मूलत: चतुर्वेदी नगर भिंड का रहने वाला है। चूंकि उसकी पत्नी सुनीता कछ पुरा अंबाह की रहने वाली थी। राजेश भिंड से आकर अंबाह में किराए पर रहने लगा था और हलवाई के काम से कई दिन तक बाहर भी रहता था।

मुरैना से नितेन्द्र शर्मा की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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