Morena News : पटवारी संघ ने हड़ताल खत्म करने का लिया फैसला, सरकार से आश्वासन मिलने के बाद काम पर लौटे पटवारी

Amit Sengar
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Morena News : मध्यप्रदेश में चल रही पटवारियों की हड़ताल अब खत्म हो गई है। पटवारियों ने सरकार के आश्वासन मिलने के बाद अपनी हड़ताल खत्म की है। वहीं, आज से ही ये पटवारी काम पर लौटेंगे। बता दें कि 32 दिनों से पटवारियों की हड़ताल लगातार जारी थी। प्रदेश के करीब 19 हजार पटवारी 1 महीने से अधिक समय से हड़ताल पर डटे हुए थे। अपनी मांगों के समर्थन में पहले इन्होंने सामूहिक अवकाश लिया था। लेकिन, इसके बाद सामूहिक हड़ताल पर चले गए थे। इस पर 2 दिन पहले शासन ने प्रदेश के सभी कलेक्टरों को पटवारियों के सामूहिक हड़ताल को लेकर एक्शन लेने की निर्देश दिए थे। जिसके बाद आज मध्य प्रदेश के पटवारी ने हड़ताल खत्म कर दी है।

सरकार ने मानी कई मांगे

बताया जा रहा है कि आज सुबह प्रदेश के पटवारी संघ के पदाधिकारियों ने विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक के बाद संभावना जताई जा रही थी कि पटवारी संघ अपनी सामूहिक हड़ताल खत्म कर देगा और इसके बाद पटवारी संघ के अध्यक्ष ने हड़ताल खत्म करने का घोषणा कर दी है। पटवारी संघ के मुरैना जिला अध्यक्ष गौरी शंकर ने जानकारी देते हुए बताया कि आगामी रणनीति के तहत फिलहाल जनता के कामों को देखते हुए हमने हड़ताल खत्म कर दी है।

काम पर वापस लौटे पटवारी

सोमवार से प्रदेश वर्ग के पटवारी वापस काम पर पूरी तरह दिखाई देंगे। बता दें कि प्रदेश भर के पटवारी अपनी विभिन्न मांगों लेकर करीब 1 महीने से हड़ताल पर थे। पटवारियों का कहना था कि 25 साल से प्रमोशन ना मिलने, ग्रेड पे बढ़ाने, समान वेतन समान कार्य, अतिरिक्त काम करने और उसका वेतन न देने, यात्रा, मकान इस तरह की सुविधा नहीं बढ़ने की वजह से वह सरकार से नाराज थे।

पटवारी संघ के मुरैना जिला अध्यक्ष गौरी शंकर ने बताया कि पटवारी का ग्रेड पे बढ़ा दिया गया है, इसके साथ ही अन्य कई मांगे मान ली गई है जिसको लेकर पटवारी में हर्ष व्याप्त थे।
मुरैना से नितेन्द्र शर्मा की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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