Morena News : देश के गरीबों को रोजगार देने की सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण योजना मनरेगा में लूट और भ्रष्टाचार रुकने का नाम ही नहीं ले रहा। परंतु इन योजनाओं का लाभ कुछ अधिकारी और उनसे जुड़े हुए संबंधित लोगों के कारण गरीब तक नहीं पहुंच पा रहा क्योंकि जिले में सरपंचों की मनमानी इस हद तक बढ़ गई है कि अधिकारी भी इसे रोक पाने में असमर्थ हैं ऐसा ही एक मामला मुरैना जिले के पोरसा में देखने को मिला जहां सरपंच और सचिव शासन के नियमों को ताक पर रखकर अपनी मनमानी भरा रवैया अपनाते हुए मनरेगा के तहत किए जाने वाले कार्य गांव के मनरेगा मजदूरों से कराने के बजाए जेसीबी मशीन लगाकर करवाया जा रहा है।
यह है पूरा मामला
बता दें कि मामला पोरसा तहसील की ग्राम पंचायत रायपुर का है जिसमें गांव के सरपंच, सचिव एवं सहायक सचिव ने मनरेगा के तहत कराए जा रहे अर्ध डैम निर्माण कार्य के चलते इसमें स्थानीय ग्रामीण जॉब कार्ड धारक मजदूरों से कार्य न कराते हुए इस निर्माण को मशीनों से कराया जा रहा है जबकि शासन के नियम के मुताबिक निर्माण लागत का 60 फ़ीसदी मनरेगा जॉब कार्ड द्वारा कार्य कराना आवश्यक होता है ग्राम पंचायत रायपुर में लगभग महीने भर से जारी इस अर्धडैम निर्माण कार्य जो लाखों रुपए की लागत से किया जा रहा है। मगर यहां पंचायत के जिम्मेदार कारिंदे इस निर्माण कार्य से मजदूरों को दूर रखकर मशीनों से यहां कर जारी रखे हुए हैं, आपस में मिलकर लाखों का बंदरबांट कर रहे हैं। यही नहीं इस निर्माण को लेकर रोजगार की आस लगाए बैठे जॉब कार्ड धारक मजदूरों को लाभ से वंचित रखा जा रहा है।