Morena News : जेल में कैदियों के साथ हुई मारपीट, परिजनों ने किया हंगामा, इनको बचने अधिकारियों को बीच में आना पड़ा

Amit Sengar
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Morena News : प्रदेश हर जगह दबंगों का राज चल रहा है इससे जेल भी अछूती नहीं रही है ऐसा ही मामला मध्य प्रदेश के मुरैना जिला जेल से आ रहा है जहाँ जेल में कैदियों के बीच लगातार दो दिन से मारपीट की घटना हो रही है। बताया जा रहा है कि डकैती के मामले में बंद 6 कैदियों द्वारा मारपीट की घटना को अंजाम दिया जा रहा है। जेल के अंदर कैदियों के बीच हो रही मारपीट की जानकारी मिलने पर गुरुवार को एसडीएम और सीएसपी ने मुरैना जिला जेल पहुंचकर पूरी स्थिति की जानकारी ली।

यह है मामला

दरअसल, गुरुवार को मुरैना जिला जेल के बाहर लोगों की भीड़ जमा होना शुरू हो गई। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को इस बात की जानकारी मिली कि मुरैना जिला जेल के अंदर कुछ कैदियों द्वारा अन्य कैदियों के साथ बीते 2 दिन से मारपीट की वारदात की जा रही है। यह जानकारी मिलने पर गुरुवार को मुरैना एसडीएम भूपेंद्र सिंह और मुरैना सीएसपी अतुल सिंह जिला जेल के अंदर पहुंचे। जेल से बाहर आने के बाद एसडीएम भूपेंद्र सिंह ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि जेल के अंदर डकैती के आरोप में आधा दर्जन कैदी बंद हैं यही कैदी अन्य कैदियों के साथ मारपीट और हंगामा कर रहे हैं, 2 दिन पहले इन्हीं आधा दर्जन कैदियों ने मैस के अंदर हंगामा किया था और मारपीट की थी और गुरुवार की सुबह स्नान घर में नेमी नाम के एक कैदी के साथ झाड़ू से मारपीट की गई। एसडीएम ने बताया कि वे यह रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपेंगे और प्रयास करेंगे कि मारपीट करने वाले कैदियों को कहीं और शिफ्ट किया जाए।

इस मामले में जब एसडीएम और सीएसपी से जानकारी ली तो दोनों के कथन अलग-अलग थे एसडीएम ने बताया कि जेल के अंदर मारपीट हुई है वहीं सीएसपी कह रहे है कि जेल के अंदर मार पिटाई नहीं हुई है। सिर्फ कैदियों के बीच खाने को लेकर विवाद हुआ था कहीं न कहीं पुलिस प्रशासन इस पूरे मामले में लीपापोती करती दिख रही है।
मुरैना से नितेन्द्र शर्मा की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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