Chow mein became the cause of murder : चाऊमीन के क्या क्या नुकसान हो सकते हैं। बहुत मुमकिन है कि ये आपकी सेहत के लिए नुकसानदेह हो अगर ताज़ा या सफाई से न बनाया गया हो तो। वहीं इसके तेज़ मसालों के कारण भी ऐसे जंक फूड से अक्सर दूर रहने की सलाह दी जाती है। लेकिन क्या चाऊमीन के कारण किसी की जान जा सकती है या चाऊमीन किसी की हत्या का कारण बना सकता है। ऐसा एक सनसनीखेज मामला सामने आया है मुरैना से।
पैसों को लेकर शुरु हुआ विवाद
मुरैना जिले में छोटी-छोटी बातों को लेकर आए दिन कोई ना कोई विवाद गरमाता ही रहता है। इन छोटी-छोटी बातों से शुरु हुआ विवाद इतना बढ़ जाता है की गोलियां तक चल जाती है। ऐसा ही एक मामला अंबा थाना क्षेत्र के रतन बसाई गांव से सामने आया है। यहां एक व्यक्ति का चाऊमीन वाले से पैसों को लेकर बहस हुई और मामला इतना बढ़ा कि उसने ट्रैक्टर से उसकी हत्या कर दी।
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ट्रैक्टर से कुचलकर जान गई
ये घटना 16 तारीख की है। नंदी भदोरिया नाम का व्यक्ति अपने ट्रैक्टर से गांव की तरफ जा रहा था, तभी उसे चाऊमीन का ठेला दिखाई दिया। ये ठेला सत्येंद्र सकवार का था और नंदी ने उससे चाऊमीन खरीदकर खाई। इसके बाद जब बात पैसे देने की आई तो उनमें विवाद हो गया। चाऊमीन वाले ने 70 रुपये का बिल बताया, लेकिन नंदी भदोरिया ने ऑनलाइन सिर्फ 50 रुपये का ही पेमेंट किया। बचे हुए 20 रूपये को लेकर उन दोनों में विवाद हुआ और बात गाली गलौज तक पहुंच गई। गुस्से में आकर नंदी भदोरिया ने अपना ट्रैक्टर सत्येंद्र सकवार के ठेले पर चढ़ा दिया। जब दूसरी बार उसने ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की तो सत्येंद्र ने आसपान के कुछ लोगों के साथ मिलकर नंदी को ट्रैक्टर से खींचकर उसकी पिटाई कर दी। इसी दौरान ट्रैक्टर अनियंत्रित हो गया और नंदी भदोरिया ट्रैक्टर से गिर गया और उसकी चपेट में आने से उसकी मौत हो गई। इधर नंदी के घरवालोम का आरोप है कि चाऊमीन का ठेला लगाने वाले शख्स और उसके साथियों ने पीट-पीट कर नंदी भदोरिया को जान से मार दिया और फिर ट्रैक्टर के पास फेंक दिया। फिहलाल पुलिस ने इस मामले में 304 323 का मामला पंजीबद्ध कर लिया है और आरोपियों की तलाश में जुट गई है।
2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।