मुरैना। संजय दीक्षित।
मुरैना में कोचिंग चलाने वाले शिक्षक पवन कुमार शर्मा ने मिशाल पेश की हैं।जिसमें हर रोज स्कूल के छात्रों के साथ मिलकर गरीब असहाय लोगों को रेलवे स्टेशन पर निःशुल्क भोजन कराते है।इंसानियत की मिशाल पेश करता पवन कुमार शर्मा अम्बाह से हर रोज मुरैना रेलवे स्टेशन पर आकर निःशुल्क भोजन करा रहे हैं।55-से 60 लोगो को करीब 700 दिनों से खाना खिलाने में कुछ स्कूल के छात्र भी सहयोग कर रहे हैं। आज के समय में एक समय का खाना खिलाना या मिलना लोगो को दूभर है,बाहर वाले तो दूर घर के लोग खिला नही पाते आज भी ना जाने कितने लोगो को एक वक्त का खाना बमुश्किल से मिलता है,125-करोड़ के देश में आज भी लाखों लोग मुश्किल से एक वक्त ही खाना खा पाते हैं दूसरे वक़्त का भोजन मिले उसकी कोई गारंटी नही है,एक वक्त उन्हें भूखे ही सोना पड़ता है पर इस देश में जहा गरीबी भुखमरी मौजूद है तो वही मुरैना में ऐसे लोग भी मौजूद हैं,जो इंसानियत और मानव सेवा के लिए अपना समय निकालकर सेवा भाव से परोपकार का कार्य कर रहे हैं,कोई जरूरी नही की हर कार्य सरकार के भरोसे ही रहकर किया जाए, कुछ कार्य खुद से भी किया जा सकता है,अगर अपने आप मे कुछ करने का जज्बा हो तो मिट्टी भी सोना बन जाती हैं। ऐसा ही कुछ नजारा आज मुरैना रेलवे स्टेशन के बाहर देखने को मिला। स्टेशन के बाहर लोगो को खाना खिला रहे लोगो से पूछा तो पता चला कि इस नेक कार्य मे पवन कुमार शर्मा के साथ उनके सहयोगी भी मदद करते है, साथ ही ग्रुप में हर दिन सदस्य जुड़ते ही जा रहे हैं, निःशुल्क भोजन करा रहे पवन कुमार शर्मा ने बताया कि कुछ समय पूर्व रेलवे स्टेशन पर कुछ बच्चों को भूखा बिलखता देखा तो अपने टिपिन से चार रोटी निकालकर उनको खिलाई गयी।उसके बाद धीरे धीरे गरीबों के लिए अपने घर से खाना लाना शुरू किया और स्टेशन पर बिटालकर उनको भोजन कराया गया।इसके बाद हर रोज शाम को घर से भोजन बनाकर रेलवे स्टेशन पर खिलाया जा रहा हैं।में स्वमं अम्बाह और मिल एरिया रोड पर श्री ग्रुप ऑफ एजुकेशन के नाम से कोचिंग चला रहा हूं जिसमें गरीब बच्चों को निःशुल्क शिक्षा दे रहा हूं।कोचिंग पर निःशुल्क पडने वाले बच्चे भी अपने घर से हर रोज रोटी और सब्जी लेकर आते हैं और स्टेशन पर गरीब लोगों को भोजन कराते हैं।निःशुल्क भोजन कराने वाले बच्चों से कोई भी शुल्क नही लिया जाता हैं। इस मानवता वाले परोपकार कार्य को करने को लेकर एक परम आंनद की प्राप्ति और सुखद अनुभव की प्राप्ति होती हैं। भूखों को खाना खिलाने के बाद उनके चेहरे की खुशी व दिल की गहराईयो से निकली दुआओ से इस कार्य को और करने की ऊर्जा और खुशी मिलती है।सभी लोगों की कोशिश है कि गरीबों को हमेशा निःशुल्क भोजन मिल सके।निःशुल्क भोजन कराने में रूपेंद्र सिंह तोमर,विनय पांडे,दीपक तोमर,धर्मेन्द्र तोमर सहित कई लोगों का सहयोग मिल रहा हैं।मुरैना से संजय दीक्षित की रिपोर्ट।