MP News : मध्य प्रदेश के दतिया जिले के चिरुला थाना क्षेत्र के चितुंवा ग्राम में हाल ही में एक गंभीर घटना सामने आई है, जहां दबंगों ने हथियारों के बल पर जमीन कब्जाने का प्रयास किया है। दरअसल इस घटना में रायकवार परिवार के साथ बल-पूर्वक मारपीट और फायरिंग के दम पर जमीन कब्जाने का प्रयास किया गया है। वहीं अब इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है, जिसमें बंदूकों का इस्तेमाल साफ देखा जा सकता है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल रिपोर्ट्स के अनुसार, दबंगों ने चितुंवा ग्राम में रायकवार परिवार की जमीन पर जबरन कब्जा करने की कोशिश की। इस दौरान रुपेश तिवारी, अमित तिवारी और उनके सहयोगियों ने हथियारों के साथ आकर रायकवार परिवार को धमकाया है। फायरिंग के साथ-साथ पीड़ित पक्ष के साथ मारपीट भी की गई।
वायरल हुआ वीडियो:
वहीं घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें बंदूकें साफ दिखाई दे रही हैं और दबंगों की दबंगई स्पष्ट रूप से नजर आ रही है। वीडियो में कुछ लोग बंदूके लहराते हुए दिखाई दे रहे हैं। जिससे अब इलाके में दहशत का माहौल है।
मामले में पुलिस की कार्रवाई:
दरअसल चितुंवा ग्राम में हुए इस विवाद के बाद, चिरुला पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच की और खाली खोखे बरामद किए। शीतल रायकवार की रिपोर्ट पर रुपेश तिवारी, अमित तिवारी और चार अन्य व्यक्तियों पर मामूली धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई। इसके अलावा, बंटी उर्फ रुपेश तिवारी की रिपोर्ट पर शीतल रायकवार, ताराचन्द्र, लक्ष्मण रायकवार और अन्य चार व्यक्तियों पर भी एफआईआर दर्ज की गई है।
जानकारी के अनुसार घटना के दूसरे दिन रायकवार परिवार ने एसपी दफ्तर पहुंचकर एएसपी सुनील शिवहरे को आवेदन देकर दबंगों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। वहीं पीड़ित पक्ष ने आरोप लगाया है कि चिरुला पुलिस ने कार्रवाई के नाम पर सिर्फ औपचारिकता निभाई है और वास्तविक न्याय की कोई पहल नहीं की।
पीड़ित पक्ष की न्याय की गुहार:
दरअसल रायकवार परिवार ने एएसपी से न्याय की गुहार लगाते हुए कहा कि दबंगों ने उनके साथ जो किया, उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने मांग की कि पुलिस निष्पक्ष जांच करे और दोषियों को सजा दिलाई जाए।
चितुंवा ग्राम में हुई इस घटना ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह घटना सिर्फ एक परिवार की नहीं, बल्कि पूरे समाज की सुरक्षा और न्याय प्रणाली पर सवाल उठाती है। यह जरूरी है कि प्रशासन इस मामले में निष्पक्षता से कार्रवाई करे और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा ना हो।