इंदौर में मौजूद है बेहद खूबसूरत गुमनाम जगह, अकबर ने किया था यहां पर विश्राम

Published on -
MP Tourism

MP Tourism : मध्यप्रदेश में घूमने के लिए एक से एक जगह मौजूद है। इन्हीं में से सबसे ज्यादा खूबसूरत और प्राकृतिक जगह इंदौर के आसपास के क्षेत्रों में है। भारत की सांस्कृतिक, कलात्मक विरासत कितनी उन्नत थी इसका उदाहरण भी इंदौर के आसपास के क्षेत्रों में देखने को मिल जाता है। वहीं यहां कई सारी ऐतिहासिक प्राकृतिक और धार्मिक जगह मौजूद है जिनका दीदार करने के लिए दूर-दूर से पर्यटक आते हैं। बारिश के मौसम में सबसे ज्यादा पर्यटक प्राकृतिक जगहों का दीदार करने के लिए जाना पसंद करते हैं।

आज हम आपको इंदौर के पास मौजूद एक ऐसी खूबसूरत जगह के बारे में बताने जा रहे हैं जो आज तक गुमनाम है। इस जगह के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। लेकिन यह जगह सांस्कृतिक, कलात्मक विरासत का उदाहरण देती है। इस जगह को इंदौर के राइडर्स राइडर्स ग्रुप द्वारा ढूंढा गया है। मानसून के समय में आप भी इस जगह पर घूमने के लिए जा सकते हैं। यह बेहद ही खूबसूरत और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है। यह हुबहू जलमहल की तरह नजर आता है। इसकी खूबसूरती और डिजाइन लोगों को आकर्षित करती है। यह जगह इंदौर से किलोमीटर दूर मौजूद है। चलिए जानते हैं इस जगह के बारे में विस्तार से –

जल महल मांडव में आने जैसा होता है अहसास

MP Tourism

हम जिस जगह की बात कर रहे हैं वह इंदौर से करीब 55 किलोमीटर दूर है। इसका रास्ता इंदौर बेटमा घटाबिल्लौद होते हुए सादलपुर से होकर जाता है। ये जगह सादलपुर 4 लेन हाईवे पर ही यह मौजूद है। ये जगह बेहद शांत और सुंदर है। इस जगह पर जल महल मांडव में आने जैसा अहसास होता है। क्योंकि ये महल नदी के बीच बना हुआ है। इसकी मजबूत नींव की वजह से वर्षों ऐसा का ऐसा टिका हुआ है।

यह धरोहर न केवल जल से अपने गहरे नाते की कहानी कहती है बल्कि ये बिना किसी जलरोधी सामग्री के भी महल को जल में स्थाई रखने की कला विकसित की गई थी। सादलपुर का जलमहल बेहद ही खूबसूरत है। इस जगह को 15वीं शताब्दी में बनाया गया था। सन् 1500 से लेकर 1511 के बीच इसे मांडू के सुल्तान नसीरुद्दीन खिलजी ने बनवाया था। अकबर ने भी इस जगह पर विश्राम किया था।

 


About Author

Ayushi Jain

मुझे यह कहने की ज़रूरत नहीं है कि अपने आसपास की चीज़ों, घटनाओं और लोगों के बारे में ताज़ा जानकारी रखना मनुष्य का सहज स्वभाव है। उसमें जिज्ञासा का भाव बहुत प्रबल होता है। यही जिज्ञासा समाचार और व्यापक अर्थ में पत्रकारिता का मूल तत्त्व है। मुझे गर्व है मैं एक पत्रकार हूं।मैं पत्रकारिता में 4 वर्षों से सक्रिय हूं। मुझे डिजिटल मीडिया से लेकर प्रिंट मीडिया तक का अनुभव है। मैं कॉपी राइटिंग, वेब कंटेंट राइटिंग, कंटेंट क्यूरेशन, और कॉपी टाइपिंग में कुशल हूं। मैं वास्तविक समय की खबरों को कवर करने और उन्हें प्रस्तुत करने में उत्कृष्ट। मैं दैनिक अपडेट, मनोरंजन और जीवनशैली से संबंधित विभिन्न विषयों पर लिखना जानती हूं। मैने माखनलाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी से बीएससी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में ग्रेजुएशन किया है। वहीं पोस्ट ग्रेजुएशन एमए विज्ञापन और जनसंपर्क में किया है।

Other Latest News