जबलपुर, संदीप कुमार। जबलपुर (Jabalpur) का नटवरलाल जिसे गोहलपुर थाना पुलिस ने बीते दिनों नरसिंहपुर से गिरफ्तार किया था पूछताछ के दौरान पता चला कि आमजनों से धोखाधड़ी कर आरोपी कलीमुद्दीन ने करोड़ों रुपये अर्जित किए थे। आरोपी ने लोगों को उनके स्वयं का घर-प्लाट का सपना दिखाते हुए पहले तो करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की और फिर रुपये लेकर रफूचक्कर हो गया जिसे दो साल बाद पुलिस ने गिरफ्तार किया है । आरोपी पर 3 हजार रुपये का इनाम भी घोषित है।
चार बैंक लॉकरों में छिपा कइयों का राज
कलीमुद्दीन उर्फ केबीसी ने बताया कि लोगों के साथ धोखाधड़ी करते हुए उसने करोड़ों रुपये बनाए। कलीमुद्दीन के चार बैंक लॉकर होने का भी पता चला है। चारों लॉकरों को खोलने के लिए पुलिस को कोर्ट से अनुमति भी मिल चुकी है। आरोपी कलीमुद्दीन (केबीसी) के द्वारा किए गए फर्जीवाड़े में राजस्व व पंजीयन विभाग के संलिप्त होने की आंशका भी जताई जा रही है दोनों विभागों के तमाम अधिकारी व कर्मचारी पुलिस के निशाने पर आ गए हैं।
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जिले के कई थानों में धोखाधड़ी के मामले है दर्ज
कलीमुद्दीन के खिलाफ गोहलपुर पुलिस ने जमीन व फर्जीवाड़े में धारा 420, 467, 468, 471 के तहत आपराधिक प्रकरण दर्ज किया है, उसके खिलाफ पांच एफआइआर गोहलपुर में तथा एक एफआइआर माढ़ोताल थाना में दर्ज की गई है, आठ दिन की पुलिस रिमांड में कलीमुद्दीन उर्फ केबीसी ने कई राज अभी तक खोले हैं जिससे कई तरह की आशंका को बल मिलता है।
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क्या किसी राजस्व अधिकारी का है नटवरलाल के ऊपर हाथ?
आरोपी नटवरलाल उर्फ केबीसी के द्वारा किए गए फर्जीवाड़े में क्या राजस्व व पंजीयन विभाग के अधिकारी शामिल है ये भी पुलिस के लिए जाँच का विषय है , पुलिस द्वारा आरोपी के बैंक खाते भी खंगाले जा रहे हैं। गौरतलब है कि शातिर जालसाज केबीसी के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई के निर्देश पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा ने दिए थे। जिसके बाद सीएसपी गोहलपुर अखिलेश गौर, टीआइ रविंद्र गौतम की टीम ने उसे गिरफ्तार किया।