नीमच, कमलेश सारडा। नीमच में पंचायतों की मिली भगत से पैसों के गबन का एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है जहां कहीं कागजों में किसी की तीसरी पत्नी बनाकर उसके नाम से राशि निकाल ली, तो किसी के बच्चे का नाम दिखाकर पैसा निकाला गया है। गांवों में गरीबों के पास काम नहीं हैं और पंचायत के जिम्मेदार उनके ही नाम पर चांदी काट रहे हैं। नीमच जिले की जालिनेर पंचायत का ऐसा ही मामला सामने आया है जहां सरपंच, सचिव ने मिलकर मनरेगा के फर्जी काम बताकर और उसमें मजदूरी करने वालों के भी फर्जी नाम भरकर भारी राशि का गबन कर लिया।
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खबर के मुताबिक एक मामला सामने आया जहां एक व्यक्ति की दो बीवी हैं, जबकि उसकी तीसरी बीवी मास्टर रोल में बता दी गई और उसके नाम से मजदूरी की राशि निकाली गई। इसके अलावा एक युवक ने कपिल धारा योजना में खेत तालाब और कुआं बनवाया, उसके नाम की राशि हड़प ली गई। ऐसे अनेक मामले लेकर जालिनेर के ग्रामीण कलेक्टर को शिकायत करने पहुंचे। द्रामीणों का आरोप है कि गांव के सरपंच, सचिव, सहायक सचिव और इन्जीनियर ने मिलीभगत करके मनरेगा योजना में मशीनों से छोटे मोटे काम करवाए। ग्रामीणों को रोजगार मिला ही नहीं और बड़े-बड़े काम कागजों में बताकर मास्टर रोल में न केवल बड़ी संख्या में फर्जी मजदूरों के नाम दर्ज किये बल्कि फर्जी तरीके से राशि भी निकाली गई।
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ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत में मनरेगा के नाम पर भारी भ्रष्टाचार किया गया है। पंचायत के जिम्मेदारों पर करोडों के गबन का आरोप लगाया गया है। वहीं मामले पर ग्रामीणों की शिकायत के बाद कलेक्टर ने जांच कर कारवाई की बात कही है।