Neemuch News : नीमच-मंदसौर प्रमुख अफीम उत्पादक क्षेत्र माने जाते हैं। इस क्षेत्र में बड़ी मात्रा में अफीम की खेती की जाती है लेकिन अफीम किसान अभी पोधो में पीले मोजेक की बीमारी से परेशान चल रहे है। प्रदेश सहित जिले में 4-5 दिनों से कोहरा गिरने से और मौसम खराब होने के कारण पीला मोज़ेक की बीमारी बहुमूल्य फसल अफीम में तेजी से बड़ी है। किसानों का कहना है कि इस बीमारी को रोकने के लिए दवाइयों व कीटनाशक का प्रयोग कर रहे है, फिर भी बीमारी नहीं रुक रही है।
पीला मोज़ेक बीमारी अफीम के लिए घातक
पीला मोज़ेक बीमारी अफीम के लिए घातक होती है। धीरे-धीरे यह पौधे को सुखा देती है। जिसको लेकर किसान परेशान दिखाई दे रहे है। आपको बता दें कि किसानों को अफीम का लायसेंस केंद्र सरकार द्वारा दिया जाता है और किसान अपनी अफीम की खेती को छोटे बच्चों की तरह पैदा करते है। चीरा लगने पर किसान एक-एक ग्राम अफीम का हिसाब नारकोटिक्स विभाग को देता है। यदि किसान अपने लायसेंस की कम औसत से अफीम देता है तो लायसेंस निरस्त होने का भी डर बना रहता है।
नीमच से कमलेश सारडा की रिपोर्ट