नीमच, कमलेश सारडा। मनासा के वरिष्ठ पत्रकार रमेशचंद्र ओझा के निधन के कुछ माह बाद ही उनकी संपत्ति हड़पने का मामला सामने आया है। उनके बेटे पियूष ओझा ने इस संबंध में नीमच सिटी थाने में आवेदन देकर दलाल, फर्जी वसीयत् तैयार करने वाले पर कार्रवाई की मांग की है। उनका आरोप है कि दलाल पंकज सोनी और विवेक सोनी ने मिलकर एक रिश्तेदार के नाम से फर्जी वसीयत बनाई है और अब मनासा मे उनके पिता की करोड़ों रूपए की जमीन बेचना चाहते हैं। शिकायकर्ता पियूष ओझा ने ये भी कहा कि उन्हें नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह के भाई के नाम से इस मामले में धमकाया जा रहा है।
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नीमच सिटी थाने में शिकायतकर्ता पियूष ओझा ने अपने आवेदन में बताया कि उनपर फर्जी दस्तावेजों को स्वीकार करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। उनके पिता की भाटखेडी बायपास के पास करीब साढ़े तीन हेक्टेयर जमीन है जो उनके निधन के बाद अनूप, पियूष ओझा और प्रीति व्यास के नाम पर चढ़ गई है। इस जमीन बेचने के लिए दलाल पंकज सोनी और विवेक सोनी प्रयास कर रहे है। इस मामले में उनकी मां स्वर्गीय इंदुमति ओझा द्वारा अनूप ओझा की पत्नी लतिका के नाम से वसीयत किए जाने की बात सामने आई है, जिसमें खेडाशेर गली में स्थित मकान और विवेकानंद कॉलोनी स्थित 30 बाय 50 का मकान शामिल है। लेकिन शिकायत में कहा गया है कि विवेक सोनी ने फर्जी तरीके से वसीयत बनाई है। वहीं नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह के भाई विवेक सिंह के नाम से पियूष ओझा को धमकाया भी जा रहा है और कहा जा रहा है कि जो पैतृक जमीन का सौदा किया जा रहा है, उसे स्वीकार कर लें। विवेक सिंह जो खुद को मंत्री का भाई बता रहा है उसके द्वारा धमकाने की ऑडियो भी मौजूद है। इस मामले में शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि भाई अनूप ओझा, भाभी लतिका, बहन प्रीति व्यास, जीजा नरेंद्र उर्फ सुनील व्यास निवासी मंदसौर, प्रापर्टी दलाल एवं पत्रकार विवेक सोनी के साथ मिलकर जाली वसीयत व अन्य दस्तावेज तैयार किए हैं।