Neemuch News : दबंगों की दबंगई, किसानों की खडी फसल में चरवा रहे है मवेशी, मना करने पर एक किसान को पीटा, मामला दर्ज

Amit Sengar
Published on -

Neemuch News : नीमच जिले के हिंगोरिया फिल्टर प्लांट के पास झुग्गी बस्ती में रहने वाले दबंग लोगों का आतंक इन दिनों बढता ही जा रहा है। हिंगोरिया, जमुनिया, पिपलियाबाग, रावणरूंडी आदि गांवों के किसान परेशान है और इनकी गतिविधियों को लेकर किसानों में आक्रोश है। ये लठठ हाथ में लेकर किसानों की खडी फसलों में मवेशी चराते है और मना करने पर किसानों के साथ मारपीट करते है। ऐसा कई सालों से हो रहा है।

यह है मामला

हिंगोरिया रामसागर वाले कुएं पर कालू पिता हरलाल बंजारा खेत पर काम कर रहा था, तभी हिंगोरिया गुर्जर बस्ती में रहने वाले मदन गुर्जर, प्रहलाद गुर्जर व एक अन्य व्यक्ति 50-50 मवेशियों का झुंड लेकर पहुंचे। सोयाबीन की खडी फसल में मवेशी चराने लगे। जब कालू बंजारा ने मना किया तो लठठ और लोहे की राड से मारपीट कर उसे घायल कर दिया। लोहे की राड से कालू बंजारा को गंभीर चोंटे आई है, जिसका उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है। आस-पास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी और पुलिस की डायल 100 गाडी मौके पर पहुंची और घायल और आरोपी मदन गुर्जर को थाने लेकर आई। कालू बंजारा को गंभीर चोटे आने की वजह से अस्पताल में भर्ती किया गया है। नीमच सिटी थाना पुलिस ने फरियादी कालू बंजारा की रिपोर्ट पर आरोपी मदन, उसके भाई प्रहलाद गुर्जव व एक अन्य के खिलाफ विभिन्न गंभीर धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है।

किसानों की खडी फसल में दादागिरी और रंगदारी से चराते है गाय-भैसे। नगरपालिका की हिंगोरिया के पास स्थित जमीन पर अतिक्रमण कर कुछ लोग रह रहे है और इन्होंने अवैध तरीके से मकानों का निर्माण भी कर लिया है। एक-एक व्यक्ति के पास चालीस से पचास मवेशी है, इनके पास खुद की एक इंच भी जमीन नहीं है और दूसरों की जमीनों पर मवेशी चराते रहते है। हिंगोरिया के किसान दुखी हो गए है और इनके खिलाफ लामबंद हो गए है। हिंगोरिया सहित आस-पास के लोगों ने जिला कलेक्टर व नगरपालिका से मांग की है कि सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर रहे इन लोगों को हटाया जाए, ये आस-पास के क्षेत्रों में मवेशियों के जरिए नुकसान कर रहे है।
नीमच से कमलेश सारडा की रिपोर्ट


About Author
Amit Sengar

Amit Sengar

मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

Other Latest News