Neemuch News : श्रावण मास के छठे सोमवार और नागपंचमी के उपलक्ष्य में नीमच के प्रसिद्ध चमत्कारिक श्री किलेश्वर महादेव की भव्य शाही सवारी निकाली गई। इस दौरान भक्तों की भारी भीड़ जुटी। जिसका जगह-जगह पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। शाही सवारी को लेकर बीते 1 माह से जोर-शोर से तैयारियां चल रही थी। युवा समाजसेवी अरुल अशोक अरोरा ने तैयारियों की कमान अपने हाथों ले रखी थी।
आतिशबाजी रहे आकर्षण का केंद्र
श्री किलेश्वर मंदिर पर भगवान किलेश्वर महादेव की पूजा अर्चना की गई। समाजसेवी अरुल अशोक अरोरा गंगानगर ने शाही सवारी का श्रीगणेश किया। जिसमें भटिंडा बैंड, सरदार बादशाह के भजनों की प्रस्तुति, ब्रहृमा एवं विष्णुजी, श्रीनाथजी, श्याम बाबा की झांकियां, आदिवासी भगोरिया नृत्य, नंदी, अघोरीशंकर, बाहुबली, राजस्थानी ट्रेडिशन ग्रुप, भस्म आरती, शाही रथ, पायलों और भव्य आतिशबाजी आकर्षण का केंद्र रहे। कलाकारों ने अपनी कलाकारी से लोगों का मन मोह लिया।
भक्तों की उमड़ी भीड़
मार्ग में अग्रसेन वाटिका पर शाही सवारी का विश्राम हुआ, जहां महाआरती की गई। इसके बाद शोभायात्रा गंतव्य की ओर रवाना हुई। रथ में सवार बाबा किलेश्वर महादेव के दर्शन के लिए भारी भीड़ उमड़ी। बता दे कि यात्रा अग्रसेन वाटिका से शुरू हुई जो कि जाजू बिल्डिंग, घंटाघर, फव्वारा चौक, कमल चौक, फोर जीरो, विजय टॉकिज से सीआरपीएफ रोड होते हुए श्री किलेश्वर महादेव मंदिर परिसर पहुंची, जहां पर शाही सवारी का समापन हुआ। इस दौरान जगह-जगह आतिशबाजी और पुष्पवर्षा कर उनका भव्य स्वागत किया गया। शहर और गांवों से भारी तादाद में भक्त एकत्रित होकर शामिल हुए।
देश-विदेश से पहुंचते हैं दर्शक
इस वर्ष उज्जैन के महाकांल की तर्ज पर चमत्कारिक स्थल श्री किलेश्वर महादेव की शाही सवारी निकलेगी। श्री किलेश्वर महादेव मंदिर पर सावन माह के दौरान हजारों भक्त दर्शन करने के लिए उमड रहे है। मंदिर अति प्रचानी है और शिवलिंग के दर्शन मात्र से ही भक्तों के कष्ट दूर होते है और उनकी मनचाही मुरादें पूर्ण होती है। यहां पर नीमच ही नहीं बल्कि देश के कोने-कोने से श्री किलेश्वर महादेव के भक्त पहुंचते हैं। भोलेनाथ के प्रति उनकी गहरी आस्था कोसो दूर होने के बाद ही उन्हें खींचे चली आती है।
नीमच से कमलेश सारडा की रिपोर्ट