निवाड़ी, मयंक दुबे। बीते दिनों निवाड़ी (Niwari) के अभ्यारण्य क्षेत्र के जंगल मे सिंहपुरा गांव के पास वन विभाग के चौकीदार (watchman) की हत्या (murder) कर दी गई थी। अब इस मामले का जिले के एसपी आलोक कुमार सिंह ने खुलासा कर दिया है । चौकीदार की हत्या दो सगे भाइयों ने जंगल मे जानवरो की हड्डी बीनने के विवाद पर की थी। पुलिस ने हत्या के दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया।
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हत्याकांड का खुलासा करते हुये जिले के एसपी आलोक कुमार सिंह ने बताया कि सिंहपुरा के जंगलों में 18 जूूून को चौकीदार वृंदावन यादव की हत्या की गई थी। जिसके बाद पुलिस ने अलग-अलग एंगल पर इस पूरेेे हत्याकांड की जांच की। मामला पूरी तरह ब्लाइंड था। ऐसे में घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण किया गया तो पाया कि मृतक का मोबाइल घटना स्थल पर नही मिला है। पुलिस को इस बात का इंतजार था कि हो न हो यह मोबाइल ही उन्हें इस अंधे कत्ल के खुलासे की ओर ले जाएगा। जब सभी तरफ से निराशा हाथ लग रही थी तभी आरोपियों के द्वारा एकाएक इस मोबाइल में दूसरी सिम डाली और एक ऐसी कड़ी पुलिस के सामने आई जो इस मामले के खुलासे में अहम हो सकती थी। पुलिस को यह सिम खेलार निवासी अजीम मोहम्मद के नाम मिली। पुलिस ने जब इनके काम का पता लगाया तो यह जानवरो की हड्डी के बेचने का काम करने वाले बताए गए। जिनका ओरछा और आसपास के जंगलों में इनकी मूमेंट पूर्व में रहना पाया गया और पुलिस टीम ने अन्य सभी साक्ष्यों को जब्त कर मामले की तहकीकात शुरू कर दी।
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चौकीदार ने वीडियो बनाया था इसलिए की हत्या
मुखबिर की सूचना एवं साइबर टीम के माध्यम से संदेहियों से पूंछतांछ की तो उत्तरप्रदेश के खेलार थाना बबीना जिला झांसी निवासी दो सगे भाई अजीज मुहम्मद तनय सकील मुहम्मद एवं वसीम मुहम्मद तनय सकील मुहम्मद ने घटना के सम्बन्ध में कबूल किया कि वह सिंहपुरा के जंगल मे लंबे समय से मृतक जानवरो की हड्डियों को बीनने जाते थे। और वन विभाग का चौकीदार वृंदावन यादव उनका वीडियो बनाकर पैसे मांगता था। विगत 18 जून को किसी बात को लेकर उनका चौकीदार से विवाद हुआ जिसके चलते आरोपियों ने उसके सिर पर पत्थर मार दिया। जिससे उसकी मौत हो गईं। पुलिस ने धारा 302 के तहत मामला पंजीबद्ध कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद न्यायालय में पेश किया गया जंहा से उन्हें जेल भेज दिया गया। इस अंधे हत्याकांड के खुलासे एवं आरोपियों की गिरफ्तारी में पुलिस अधीक्षक आलोक कुमार सिंह के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेन्दपाल सिंह एवं एसडीओपी शैलेन्द्र श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में ओरछा नगर निरीक्षक प्रवीण त्रिपाठी, उप निरीक्षक संदीप यादव,करन सिंह बुंदेला,सुमित सिंह,अरविंद यादव,आकाश,रामभरत रावत ,सचिन यादव की महत्वपूर्ण भूमिका रही।