भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (MP) में 2023 में विधानसभा चुनाव (Assembly elections) होने वाले हैं। इसमें अब सिर्फ कुछ ही महीने बाकी है। लेकिन उससे पहले ही धर्म की राजनीति शुरू हो चुकी हैं। दरअसल, 2023 तक होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले मध्यप्रदेश को धर्म से सराबोर करने का अभियान बनाया जा रहा है। अभी कुछ समय पहले ही उज्जैन के महाकाल लोक का लोकार्पण पीएम मोदी के हाथों से किया गया। महाकाल मंदिर को एक नया रूप दिया गया है। अब महाकाल की तर्ज पर ही मध्यप्रदेश के दूसरे मंदिरों का कायाकल्प किया जाएगा।
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इसको लेकर प्रदेश के दूसरे बडे़ मंदिरों को भी विस्तार करने की योजना बनाई जा रही है। मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार सभी बड़े मंदिरों के कायाकल्प किया जाएगा। अगले दो साल में मध्यप्रदेश के मंदिरों की सूरत ही बदल जाएगी। इसके लिए सरकार 3000 करोड़ का खर्चा करेगी। करोड़ों में मध्यप्रदेश के मंदिरों को संवारा जाएगा। इसकी शुरुआत महाकाल मंदिर से की गई है। अब धीरे धीरे ओंकारेश्वर मंदिर (खंडवा जिला), सलकनपुर माता मंदिर (सीहोर जिला), पीताम्बरा मंदिर (दतिया जिला), शनिश्चरा मंदिर (चित्रकूट सतना जिला), मैहर माता मंदिर (सतना जिला) को भी सजाया और संवारा जाएगा।
इसका जिम्मा पर्यटन मंत्रालय को दिया गया –
जानकारी के मुताबिक, मध्यप्रदेश सरकार ने सभी मंदिरों के कायाकल्प के लिए पर्यटन मंत्रालय को जिम्मा सौंपा है। ऐसे में ज्योर्तिलिंग ओंकारेश्वर मंदिर का काम सबसे पहले किया जाएगा। उसके बाद दूसरे मंदिरों का विस्तारीकरण सरकार करेगी। ऐसा करने से ना केवल मंदिरों का स्वरुप बदलेगा बल्कि श्रद्धालुओं को भी काफी सुविधाएं मिलेगी। साथ ही पर्यटन भी बढ़ेगा।
मध्यप्रदेश में जब से महाकाल लोक बन कर तैयार किया गया है तब से ही दूर-दूर से लोग मंदिर देखने के लिए आ रहे हैं। वहीं अब दूसरे मंदिरों के विस्तारीकरण के लिए पर्यटन विभाग सब कुछ करेगी। इसके लिए फंड भी मिल रहा है। बताया जा रहा है कि जल्द ही ओंकारेश्वर मंदिर का काम शुरू किया जाएगा। ऐसे में मंदिर में 108 फीट की शंकराचार्य की प्रतिमा बनाई जाएगी। इस मंदिर के लिए 2141.85 करोड़ रुपए का काम किया जाएगा।