MP Tourist Places : मध्यप्रदेश में ऐसी कई सारी पर्यटन स्थल हैं जहां पर लोग दूर-दराज से घूमने आते हैं। जिनमें से सबसे प्रसिद्ध विंध्य का मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी, मां शारदा मंदिर और आधा दर्जन वाटरफॉल पर्यटकों की पहली पसंद है। इसके अलावा, नए साल पर पर्यटक पिकनिक मनाने, घूमने, मौसम, नेचर का आनंद उठाने रीवा, सतना और सीधी के पर्यटन स्थलों पर आते हैं। वहीं, इस साल भी काफी संख्या में लोगों के आने की संभावना है इसलिए दो दिन पहले से ही सफारी प्रबंधन, मां शारदा प्रबंध समिति सहित संबंधित जिलों के जिम्मेदारों ने तैयारी पूर्ण कर ली है। रीवा जिले में पूर्वा फॉल, क्योटी जलप्रपात, चचाई जलप्रपात, बहुती जलप्रपात सहित मुख्य मंदिरों में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए है।
मां शारदा का मंदिर देशभर में आस्था का केन्द्र
सबसे पहले हम आपको सतना जिले के मैहर कस्बे से 5 KM की दूरी पर त्रिकूट पर्वत में मां शारदा के मंदिर के बारे में बताते हैं। जिसका मंदिर बहुत बड़ा और भव्य है। बता दें यह देशभर में आस्था का केन्द्र है। यहां वैसे तो सालभर भीड़ होती है लेकिन नवरात्र व नववर्ष की शुरूआत में लाखों की संख्या में भक्त पहुंचते है। मैहर माता की तीन दंतक कथाएं है। पहला आल्हा को मिला था अमरता का वरदान। दूसरा ग्वाले ने की थी मां शारदा के मंदिर की खोज और तीसरा मैहर में गिरा था सती का हार। अगर आप लोगों परिवार के साथ नए साल का जश्न मनाना है तो यहां जरूर जाएं।
मुकुंदपुर में दुनिया की पहली टाइगर सफारी
इसके साथ ही, सतना जिले के मुकुंदपुर में दुनिया की पहली व्हाइट टाइगर सफारी है। जहां सालों भर पर्यटकों का आना- जाना लगा रहता है। इस सफारी में दो सफेद बाघ, पीले बाघ, बब्बर शेर, तेंदुआ, भालू, जंगली बिल्ली सहित अन्य जानवर हैं जो कि पर्यटकों के बीच आकर्षण का केंद्र है। सतना-मुकुंदपुर की दूरी 51 KM, रीवा- मुकुंदपुर की दूरी 18 KM, सीधी-मुकुंदपुर की दूरी 87 KM, प्रयागराज-मुकुंदपुर की दूरी 150 KM है।
पूर्वा फॉल में दिखती है प्राकृतिक सुंदरता
वहीं, अब बात करते हैं रीवा जिले की तो यहां शहर से 25 किलोमीटर व सेमरिया कस्बे से 15 किमी. पहले पूर्वा फॉल को देखने दर्शक खींचे चले आते है। यह प्रपात टोंस नदी पर स्थित है। इस झरने की ऊंचाई 70 मीटर है। क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता के कारण वर्ष भर हजारों पर्यटक आते हैं। यह स्थान सबसे अच्छे पिकनिक स्थानों में से एक है। हिंदू महाकाव्य रामायण में भी इस झरने का वर्णन मिलता है इसलिए आपको भी समय निकाल कर जरूर जाना चाहिए।
क्योटी फॉल यूपी बिहार के लोगों की पहली पसंद
क्योटी जलप्रपात भारत का 24वां सबसे ऊंचा झरना है जो कि रीवा शहर से 40 किमी और सिरमौर से 10 की दूरी पर स्थित है। यह झरना महाना नदी पर बना है, जिसकी ऊंचाई करीब 130 मीटर है। बता दें यहां पर यूपी और बिहार के पर्यटक सबसे ज्यादा आते है।
चचाई जलप्रपात एमपी का सबसे बड़ा झरना
चचाई जलप्रपात मध्य प्रदेश के सबसे बड़े झरनों में एक है। यह बीहर नदी में 130 मीटर से अधिक ऊंचाई पर स्थित हैं। रीवा चचाई जलप्रपात की दूरी 46 किमी. तो सिरमौर से 8 किमी. की दूरी पर स्थित है। इस झरने की खूबसूरती बरिश के मौसम में ही देखने मिलती है क्योंकि इस झरने के ऊपर एक डैम बनाया गया है।
रीवा जिले के पर्यटक स्थल
- खंधो माता मंदिर – गोविंदगढ़
- पुरवा जलप्रपात – सेमरिया
- बसामन मामा – सेमरिया
- क्योटी जलप्रपात – गढ़
- देउर कोठार – गढ़
- घिनौचीधाम – सिरमौर
- चचाई जलप्रपात – सिरमौर
- बेलौही जलप्रपात – शाहपुर
- लक्ष्मणबाग – बिछिया
- रानी तालाब – सिटी कोतवाली
- बहुती जलप्रपात- नईगढ़ी
- अष्टभुजी माता मंदिर – नईगढ़ी
- देवलहा जलप्रपात – नईगढ़ी
सतना जिले के पर्यटन स्थल
- व्हाइट टाइगर सफारी – मुकुंदपुर
- मां शारदा मंदिर – मैहर
- कामतानाथ मंदिर – चित्रकूट
- गैवीनाथ मंदिर – बिरसिंहपुर
- रामवन – सज्जनपुर
- जगतदेव तालाब – सतना
- व्यंकटेश मंदिर – सतना
- पशुपतिनाथ मंदिर – सतना
- परमहंस आश्रम – धारकुंडी
- सरभंगमुनि आश्रम – सरभंगा
- सुतीक्ष्ण आश्रम – पगार
- मार्कंडेय आश्रम – रामनगर गोरसरी
- कर्मदेश्वर नाथ – जसो
सीधी जिले के पर्यटन स्थल
- संजय टाइगर रिजर्व – दुबरी
- सोन घड़ियाल अभ्यारण्य – सीधी
- परसिली रिसॉर्ट – मझौली
- चंद्रेह शैव मंदिर व मठ – रामपुर नैकिन
- नीलकंठ मंदिर – सीधी
- बीरबल की जन्मस्थली – घोघरा