रीवा के बाद इस जिले में 20 अप्रैल तक कोरोना कर्फ्यू, कलेक्टर ने की पुष्टि

Pooja Khodani
Published on -
कर्फ्यू

रायसेन, डेस्क रिपोर्ट। लॉकडाउन और कोरोना कर्फ्यू के बावजूद मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में कोरोना वायरस  (Coronavirus) के आंकड़े कम होने का नाम नही ले रहे है। यही कारण है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) के निर्देश के बाद एक के बाद एक जिलों में स्थिति के अनुसार कोरोना कर्फ्यू लगाया जा रहा है। रीवा (Rewa District) जिले के बाद अब रायसेन जिले (Raisen District) में 15 अप्रैल रात 10:00 बजे से 20 अप्रैल रात तक कोरोना कर्फ्यू (Corona Curfew) लगा दिया गया है।

Sex Racket :बड़े सेक्स रैकेट का खुलासा, आपत्तिजनक सामान के साथ 12 युवक-युवती गिरफ्तार,

दरअसल, जिला क्राइसिस प्रबंधन समिति और अन्य संगठनों के साथ चर्चा के बाद यह फैसला लिया गया है। रायसेन कलेक्टर (Raisen Collector) उमाशंकर भार्गव  कोरोना कर्फ्यू की पुष्टि की है, हालांकि इसमें कई तरह की छूट रहेंगी। इस संबंध में देर शाम आदेश जारी किया जाएगा।इससे पहले रीवा जिले को लेकर फैसला लिया गया, जिसके तहत आज बुधवार रात 10 बजे से 25 अप्रैल तक कोरोना कर्फ्यू लगाया गया है।

इसके पहले मंगलवार को रायसेन पुलिस कन्ट्रोल रुम में कलेक्टर उमाशंकर भार्गव की अध्यक्षता में जिला प्रशासन और शहर काजी, अन्य मसाजिदों के उलेमाओं, मुस्लिम त्यौहार कमेटी के अध्यक्ष तथा मुस्लिम समुदाय के गणमान्य नागरिकों के साथ बैठक के बाद फैसला लिया गया है कि पवित्र रमजान माह में अधिक भीड-भाड एकत्रित नहीं की जाए।इसके तहत मसाजिदों में पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी अधिकतम 5, 6 लोग ही नमाज के लिए जाएँ, शेष लोग अपने घर पर ही रहकर इबादत कर लेवें।

नेताओं पर कोरोना का कहर: अब कैबिनेट मंत्री की रिपोर्ट पॉजिटिव, ट्वीट कर दी जानकारी

यह व्यवस्था जिले के अन्य शहरों गैरतगंज, बेगमगंज, सिलवानी, बरेली, बाडी, गौहरगंज एवं मण्डीदीप आदि में भी बनाई जाने का निर्णय लिया गया। इसके लिए संबंधित अनुविभागीय दण्डाधिकारी एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस अपने अनुभाग में मुस्लिम समुदाय के धर्मावलंबियों की बैठक आयोजित कर आम सहमति से उक्त व्यवस्था बनाये रखना सुनिश्चित करेंगे, ताकि आम लोगों को कोविड संक्रमण से बचाया जा सके।

 


About Author
Pooja Khodani

Pooja Khodani

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

Other Latest News