भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। लापरवाह अधिकारी कर्मचारियों (Employees) पर कार्रवाई (MP Suspend) का सिलसिला जारी है। इसी बीच बड़ी कार्रवाई राजगढ़ जिले में की गई है। ग्राम पंचायत क्षेत्र में आंगनबाड़ी भवनों के निर्माण कार्य कराया जाना था। इस में लापरवाही बरतने पर 5 ग्राम पंचायत सचिवों को निलंबित (Suspend) कर दिया गया है।
दरअसल जिले में 5 ग्राम पंचायत के गांव में छह भवन का निर्माण कार्य होना था। पंचायतों के माध्यम से होने वाले इस निर्माण कार्य के लिए 16 लाख 19 हजार रूपए का राशि का आहरण करते समय शासन की राशि का दुरुपयोग किया गया है। ऐसा करने पर पंचायत सीईओ अक्षय कुमार टेमवाल ने 5 ग्राम पंचायत सचिवों को निलंबित कर दिए हैं।
वहीं एक अन्य कार्रवाई श्योपुर जिले में की गई है। जहां देहात थाना पुलिस के प्रताड़ना से तंग आकर जहर खाकर आत्महत्या करने के मामले में राजस्थान के कोटा जिले के इटावा थाना प्रभारी ने विकास सिंह तोमर सहित तीन नामजद और 2 अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इस मामले में श्योपुर जिले के एसपी आलोक कुमार सिंह ने देहात थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया है। इस मामले में एसपी ने एसडीओपी विजयपुर निर्भय सिंह अलावा को सौंपा गया है।
एक अन्य कार्रवाई जबलपुर जिले में की गई है। जहां नगर निगम के संचालित स्कूलों में निगम शिक्षक अधिकारी द्वारा औचक निरीक्षण किया गया। इस दौरान स्कूलों में कई खामियां देखने को मिली। सुबह 11:00 बजे निगम शिक्षा अधिकारी वीना वर्गिस पहुंची। इस दौरान स्कूल में लापरवाही देखने पर शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
एक अन्य कार्रवाई सीहोर जिले में की गई है, जहां स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री प्रभु राम चौधरी ने आस्था सिविल अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान महिला वार्ड जनरल वार्ड और दवाई और अस्पताल के रिकॉर्ड का भी निरीक्षण किया। चौधरी ने भर्ती मरीजों और उनके परिजनों से जानकारी ली। इस दौरान कई कमियां देखने को मिली है। जिस पर शिकायतों की जांच कर संबंधित चिकित्सकों कर्मचारियों को नोटिस जारी कर बेहतर व्यवस्था बहाल करने के निर्देश दिए गए हैं।
एक अन्य कार्रवाई सतना जिले में की गई है। जहां सतना शहर गड्ढे भरी सड़क में भ्रष्टाचार के डामर से पेच वर्क किए जाने का मामला सामने आया है। इस मामले में एक करोड़ 16 लाख रुपए के पेच वर्क के काम में गड़बड़ी के मामले संज्ञान में आने पर कमिश्नर नगर निगम ने इंजीनियर और ठेकेदार को नोटिस जारी कर दिया है और उन्हें टर्मिनेशन और ब्लैक लिस्ट किए जाने की चेतावनी भी दी है।