राजगढ़, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के राजगढ़ (Rajgarh) में आज रविवार को एक किसान को कोविड-19 की जांच कराने से इकार करने पर पुलिसकर्मी (Rajgarh Police) ने सरेआम पिटाई कर दी। इससे नाराज किसान ने भी पुलिसकर्मी पर हाथ चला दिया। इसके बाद पुलिस किसान (Farmers) उठाकर अपने साथ थाने ले गई। विवाद के दौरान वहां काफी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए और लोगों ने पुलिस की इस पिटाई और किसान द्वारा पुलिसकर्मी की धुलाई का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल (Video Viral) कर दिया।
दरअसल, राजगढ़ जिले के सुठालिया बस स्टैंड पर आज स्वास्थ्य विभाग की टीम कोविड की जांच कर रही थी। स्वास्थ्य विभाग की टीम के सहयोग के लिए वहां पुलिसकर्मिर्यों की ड्यूटी लगाई गई थी। पुलिसकर्मी बाजार में आने वाले लोगों को रोककर उनकी जांच करवा रहे थे, इसी दौरान मांगीलाल भिलाला चौकी गाँव का किसान आता है और प्रधान आरक्षक विनोद यादव उसे रोक कर कोविड की जांच कराने के लिए कहते हैं, जांच कराने के लिए किसान इंकार कर देता है।
बस इतने में प्रधान आरक्षक का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच जाता है और भरे बाजार में बेचारे किसान की पुलिसिया अंदाज में पिटाई की जाती है।किसान भी अपनी पिटाई से आक्रोशित होकर पुलिसकर्मी पर हाथ उठाता है और पिटाई करने लगता है। किसान के साथी पुलिसकर्मी से उसे छुड़ाने का प्रयास करते हैं। पुलिसकर्मी एवं किसान की पिटाई को देखने के लिए सैकड़ों लोग जमा हो जाते हैं। पिटाई की घटना को कई लोगों ने अपने मोबाइल में कैद करके उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
किसान की पिटाई भी हो गई लेकिन इसके बाद भी उसकी मुसीबत कम नहीं हुई, उसे पकड़कर थाने ले जाया गया।वही ब्यावरा एसडीओपी (Biaora SDOP) किरण अहिरवार का कहना है कि किसान सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं कर रहा था, उसी को लेकर जब प्रधान आरक्षक विनोद यादव ने सोशल डिस्टेंस का पालन करने को कहा तो शराब के नशे में किसान ने प्रधान आरक्षक के साथ मारपीट शुरू कर दी और जब अपने बचाव में प्रधान आरक्षक ने किसान की पिटाई की तो वीडियो बनाकर वायरल कर दिया
इधर, घटना को देखने वाले चश्मदीद लक्ष्मीनारायण का कहना है कि सड़क से निकल रहे किसान से पुलिसकर्मी ने कोरोना की जांच कराने के लिए बोला, किसान ने जब कहा कि मैंने कल जांच करवा ली थी, इसके बाद दोनों के बीच में कहासुनी हुई और पुलिसकर्मी किसान को पीटने लग गया । बरहाल अब इस पूरे मामले में पुलिस की माने तो वहां किसान के ऊपर शासकीय कार्य में बाधा की धारा के तहत मामला दर्ज करने का बोल रही है।
ऐसे में अब कई तरह के सवाल खड़े हो रहे है कि जब पूरे जिले में बड़ी संख्या में रोजाना कोविड मरीज निकल रहे थे तब स्वास्थ्य महकमे ने जांच नहीं की और अब जिले में नाममात्र के संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं, ऐसे में स्वस्थ लोगों को भी पकड़कर जांच की जा रही है और मना करने पर पुलिस डंड़े बरसा रही है ।इस घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते।
"कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ।
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(पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)