रतलाम। सुशील खरे।
अगर आपको एक ऐसी जगह की तलाश है जहां फूलों कि महक हो लम्बे लम्बे पेड़ हों और वहां माहौल एकदम शांत और मन को सुकून देने वाली एक अद्भुत सुंदर अनोखी स्थल जाना चाहते हैं तो आपको कही भटकने की आवश्यकता नहीं हैं रतलाम से 12 किलोमीटर दूर गाँव बांगरोद पहुंचकर ले सकते इस अनोखे मुक्तिधाम का आनंद।
यहा के लम्बे लम्बे पेड़ और सुगंधित फूल और यहां चारों तरफ साफ सफाई और व्यवस्था को देख यहां पहुंचने वाला हर शख्स तारीफ करता थमता नहीं। करे भी क्यों नहीं क्योंकि यहां के लोगों की मेहनत जो रंग लाई हैं। गाँव में किसी के घर मेहमान आता है तो वो भी यहां देखे बिना वापस नहीं जाते। उससे भी खास बात तो यह निकलकर आई कि शुभ कार्य भी यहां होने लगे। जन्मदिन मनाना दीपावली के समय यह दीप और रंगोली लगा कर दिप उत्सव मनाना अनकोट कर यहां भोजन करना किसी भी समय यहां पहुंचने वाली महिलाएं सेल्फी लेती चुकती नहीं। जहां बच्चे और महिलाएं जाने से डरती हो कतराते हैं वहां यह सब कुछ होना कोई आसान नहीं कुछ तो है जो यह सब कुछ होता है तो मन को सुकून के साथ साथ शांति भी मिलती हैं ।